कौमी एकता: हिन्दू-मुस्लिम भाइयों ने एक साथ मनाया ईद एवं नवरात्रि मिलन समारोह

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पन्ना जिले के अजयगढ़ में हिन्दू-मुस्लिम भाइयों ईद एवं नवरात्रि मिलन समारोह एक साथ मनाकर एकता का सन्देश दिया।

 भाईचारे को मजबूत बनाने गणमान्य नागरिकों एवं युवाओं ने की अनूठी पहल

अजयगढ़।(www.radarnews.in) देश में तेजी से बढ़ते सांप्रदायिक ध्रुर्वीकरण एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत के सुनियोजित प्रसार के बीच दोनों तरफ बहुत से ऐसे लोग हैं जोकि ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ को बचाने के लिए अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इनकी कोशिशों का ही शायद यह नतीजा है कि तमाम हमले झेलने के बाद भी भाईचारे की मजबूत डोर टूटती ही नहीं है। समाज में कौमी एकता अर्थात विभिन्न धार्मिक समुदाय के लोगों के बीच बंधुत्व की भावना को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से पन्ना जिले के अजयगढ़ क़स्बा में अनूठी पहल करते हुए ईद एवं चैत्र नवरात्र मिलन समारोह संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सभी धर्मों के गणमान्य नागरिक, प्रशासनिक अधिकारी एवं युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस मौके पर सभी के द्वारा अनेकता में समाहित देश की एकता, अखंडता, कौमी एकता को हर हाल में अक्षुण्य बनाए रखने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की गई।
अजयगढ़ के रेस्ट हाउस में शनिवार 5 अप्रैल 2025 को आयोजित ईद एवं नवरात्र मिलन समारोह लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है। सामाजिक सौहार्द-सद्भाव को बढ़ाने वाली इस अभिनव पहल की अनेक लोग खुलकर सराहना कर रहे हैं। आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम सभी ने अपना परिचय दिया। तदुपरांत अतिथियों का पुष्प माला से स्वागत किया गया। इस अवसर पर नगर के वरिष्ठ समाजसेवी श्रीराम पाठक ने हिंदू-मुस्लिम एकता एवं भाईचारे को मौजूदा समय से और अधिक मजबूत बनाने पर विशेष जोर दिया। पूर्व पुलिस अधिकारी एवं इतिहासकार सूर्यभान सिंह परमार ने सदियों से चली आ रही हिंदू-मुस्लिम एकता के समृद्ध और स्वर्णिम इतिहास के पन्नों को खोला। साथ ही भविष्य में भी इसे कायम रखने का आह्वान किया। सिंहपुर सरपंच योगेंद्र धूरिया ने युवाओं को अपने धर्म-त्योहारों की तरह दूसरों के धर्म एवं त्योहारों का भी सम्मान करने का संदेश दिया। सदर नसीर मोहम्मद ने गंगा-जमुनी तहजीब एवं आपसी भाईचारे को देश की उन्नति-प्रगति के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम एकता के मजबूत होने से हमारा देश पुनः विश्वगुरु बनकर दुनिया का नेतृत्व करेगा। वहीं एडवोकेट राकेश गर्ग ने कहा कि, यह आयोजन हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिशाल कायम करेगा। हम सदियों से एक साथ रह रहे हैं और परिस्थितियां चाहे जितनी भी जटिल क्यों न हों उनका मिलकर मुकाबला करते हुए हम भविष्य में भी साथ रहेंगे।
कार्यक्रम में नायब तहसीलदार डीआर अहिरवार ने अजयगढ़ को शांति का टापू बताते हुए यहां के लोगों के सौहार्द के साथ आपस में मिलजुलकर रहने की प्रशंसा की। साथ ही इसे आगे भी कायम रखने की सलाह दी। मुफ़्ती तालिब रजा ने एक हदीस का उल्लेख करते हुए इंसानियत ही सबसे बड़ा मजहब है। जोकि हर धर्म का मूल है। उन्होंने बताया कि हमारा मजहब हमें आपस में बैर करना नहीं सिखाता। बल्कि वह तो हमें अखलाक के साथ रहने अपने पड़ोसी का पूरा ध्यान रखते हुए उसे कभी भी भूखा न सोने देना सिखाता है। फिर चाहे वह जिस भी धर्म या जाति का हो। सभी धर्मों ने अच्छी बातें बताईं है, जीवन जीने का तरीका दिया है। जरुरत सिर्फ इस बात की है कि हम सभी लोग धर्म के मर्म को समझें और अपने मन-वचन-कर्म से कोई गलत काम न करें।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवि साहित्यकार लक्ष्मी नारायण चिरोल्या ने किया। आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के संयोजक मोहम्मद आजाद कादरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की आयोजक वार्ड क्रमांक-06 की पार्षद रहीसा बेगम रहीं। इस अवसर पर नगर परिषदअध्यक्ष प्रतिनिधि लल्लू गुप्ता ,पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा, हीरा लाल गुप्ता, बब्लू कुशवाहा, राकेश गर्ग एडवोकेट, नारायण दास रजक ,शहजाद राइन, आकाश जाटव, जयराम पाठक, मोहम्मद महबूब राइन, होशियार पठान, रियाज उल्ला, डिप्टी रेंजर राजाराम कोंदर, मोहम्मद लियाकत राइन, तबरेज राइन ,गोलु बेग, अफसर खान, किसवर खान, मोहम्मद शाहरुख, मुबीन राइन, पत्रकार एवं समाजसेवी संजय सिंह राजपूत, पत्रकार राजेश रावत,‌ पत्रकार वीरेंद्र सिंह यादव, मनीष सारस्वत, अनिल गुप्ता, चंद्र प्रकाश सेन, अकरम खान, प्रदीप साहू साहिल राइन, मेराज अली सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।