* पन्ना जिले के बृजपुर थाना अंतर्गत ग्राम चैन सिंह धरमपुर की घटना
* अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाने सभी पहलुओं की बारीकी से जांच में जुटी पुलिस
पन्ना/बृजपुर।(www.radarnews.in) पन्ना जिले में लॉकडाउन के दौरान पुलिस कितनी अलर्ट है ? इस सवाल का जवाब विगत एक सप्ताह के दौरान जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में घटित सनसनीखेज अपराधों एवं घटनाओं पर गौर करने से पता चलता है। लॉकडाउन के दौरान पुलिस की सख्ती आम लोगों पर तो पूरे दम से जारी है लेकिन इसके उलट अपराधी पूरी तरह बैखोफ हैं। पुलिस को खुली चुनौती देते हुए बेख़ौफ़ अपराधी बड़े ही दुस्साहसिक अंदाज में जघन्य वारदातों अंजाम देते हुए अपने कारनामों से जनमानस को स्तब्ध कर रहे हैं। जिले में जिस तरह से लगातार दहला देने वाली आपराधिक घटनाएं सामने आ रहीं हैं, उससे जनमानस में भय और दहशत का माहौल निर्मित है। लॉकडाउन में भी अपराधों पर नियंत्रण न होने से पुलिस के मैदानी अधिकारियों-कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।

उल्लेखनीय है कि अमानगंज थाना के महेबा ग्राम में किसान की संदेहास्पद मौत के कुछ घण्टे बाद ही जिले के बृजपुर थाना अंतर्गत समीपी ग्राम चैन सिंह धरमपुर में अकेली रहने वाली एक 45 वर्षीय आदिवासी विधवा की हत्या की खबर आने से समूचे जिले में सनसनी फ़ैल गई। मंगलवार 28 अप्रैल की सुबह बेवा महिला अपने घर से ही कुछ दूरी पर संदेहास्पद परिस्थितियों में मृत अवस्था में मिली। मृतिका का हाथ और पैर का घुटना टूटा हुआ पाया गया। परिस्थितियों के आधार पर प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत होने पर पुलिस ने अज्ञात अपराधी के खिलाफ हत्या का मामला पंजीबद्ध कर अंधे हत्याकाण्ड की जांच शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुंता बाई बेवा सोबरन सिंह आदिवासी 45 वर्ष निवासी ग्राम चैन सिंह धरमपुर को सोमवार 27 अप्रैल को स्थानीय लोगों द्वारा सकुशल देखा गया। लेकिन मंगलवार की सुबह घर से कुछ दूरी पर सड़क किनारे कुंता बाई के मृत अवस्था में मिलने से ग्रामीण दंग रह गए।
