* छात्रा को घुमाने के बहाने अगवा कर ले गया था नाबालिग़ प्रेमी
* नाबालिग लड़के के साथ दो युवकों ने मारपीट कर छात्रा को बनाया हवश का शिकार
* पुलिस ने छात्रा को दस्तयाब करके मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश में महिलायें और बालिकाएं महफूज नहीं हैं ! लगातार सामने आ रहीं हैरतअंगेज घटनाएं और एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो) की हालिया रिपोर्ट से तो यही साबित होता है। बैख़ोफ़ अपराधी आए दिन जघन्य वारदातों को अंजाम देकर प्रदेश को शर्मसार कर रहे हैं। जिससे असुरक्षा और भय का माहौल निर्मित हो गया है। प्रदेश के पन्ना जिले में बीते सप्ताह एक युवती की आंखें फोड़ने की दरिंदगी भरी घटना को लोग अभी भूले भी नहीं थे कि इस बीच नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप होने की खबर ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। घटना जिले के गुनौर थाना क्षेत्र की है। और बीते सप्ताह की बताई जा रही है, जिसका पता विगत दिवस लापता नाबालिग छात्रा के दस्तयाब होने पर चला।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कक्षा 9 वीं में अध्ययनरत 15 वर्षीय छात्रा निशा (काल्पनिक नाम) के घर पर पड़ोसी गांव के 17 वर्षीय नाबालिग़ लड़के संदीप (काल्पनिक नाम) का आना-जाना था। इस दौरान दोनों के बीच की दोस्ती कथित तौर पर परवान चढ़कर प्रेम संबंध में तब्दील हो गई। सोमवार 20 सितम्बर की रात संदीप बाइक से निशा के घर पहुंचा और उसे घुमाने के बहाने अपने साथ ले गया। नाबालिग़ प्रेमी जोड़े को घर से चोरी छिपे जाते हुए देखकर निशा के गांव के दो युवकों ने बाइक से उनका पीछा किया। रास्ते में सूनसान स्थान पर दोनों युवकों के द्वारा नाबालिग़ युगल को रोककर संदीप के साथ मारपीट की गई। उनकी करतूत को परिजनों को बताने की धमकी देकर और निशा को घर पर छोड़ने की बात कहकर दोनों युवक उसे अपने साथ ले गए। रात्रि में करीब 11 बजे दोनों युवकों ने नाबालिग छात्रा को डरा-धमकाकर जबरन एक खेत में बारी-बारी से उसे अपनी हवश का शिकार बनाया। गैंगरेप पीड़ित नाबालिग मध्य रात्रि में अपने गांव पहुंची। परिजनों को भनक ना लगे इसलिए वह गुपचुप तरीके घर में प्रवेश कर अपने कमरे में जाकर सो गई।
बुधवार 22 सितम्बर की रात्रि में संदीप पुनः निशा को घुमाने के बहाने अगवा कर बाइक से अपने साथ ले गया। इधर परिजन यह सोच रहे थे कि उनकी छोटी बेटी अपने कमरे में पढाई कर रही है। रात्रि में दोनों नाबालिगों को संदिग्ध रुप से बाइक से जाते हुए देख किसी परिचित व्यक्ति ने निशा के भाई को मोबाइल पर सूचना दी। परिजनों ने आनन-फानन निशा के कमरे में जाकर देखा तो वह गायब थी। बेटी के लापता होने की जानकारी पीड़ित परिजनों के द्वारा पुलिस को दी गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए गुनौर थाना पुलिस तत्परता से नाबालिग छात्रा के घर पहुंची। परिजनों से पूंछतांछ कर पुलिस टीम जब आवश्यक जानकारी जुटा रही थी तभी निशा वापस गांव पहुंची लेकिन अपने घर के बाहर पुलिस की मौजूदगी को देखकर वह रात्रि में घर नहीं गई। पुलिस ने रात्रि में ही सघन तलाशी अभियान चलाते हुए अगले दिन गुरुवार 23 सितम्बर को लापता छात्रा को दस्तयाब कर लिया।
