मध्य प्रदेश: एसडीओ ने किसान के साथ किया अमानवीय व्यवहार, पानी मांगने पर जड़ा थप्पड़; कार की डिक्की में जबरन ठूंसा

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किसान को जबरन अपनी कार की डिक्की के ठूंसते हुए एसडीओ और उसके साथी।

*  पूर्व सीएम कमलनाथ ने एसडीओ की क्रूरता पर प्रदेश सरकार को जमकर सुनाया

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के एक वायरल वीडियो में जल संसाधन (सिंचाई) विभाग के एसडीओ श्रीराम बघेल अन्नदाता किसानों के साथ बदसलूकी करते और एक किसान को जबरन अपनी कार की डिक्की में ठूंसते हुए दिख रहे हैं। एसडीओ की गुंडई को लेकर सोशल मीडिया पर लोग खुलकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने एक्स अकाउंट पर घटना का वीडियो पोस्ट करते हुए इस मामले को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘यह प्रशासनिक संवेदनहीनता और क्रूरता की पराकाष्ठा है। स्वतंत्र देश में आखिर किसी नागरिक के साथ इस तरह का व्यवहार कैसे किया जा सकता है? किसान पर अत्याचार करने वालों पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए।’ इसके बाद एसडीओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
शादिक खान, (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के सिवनी जिले से एक विचलित करने वाला वीडियो सामने आया है। इसमें जल संसाधन विभाग के एसडीओ श्रीराम बघेल किसानों से अभद्रता करते नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं वह सरेआम गुंडई करते हुए एक किसान को जबरन कार की डिक्की में बंद करने की कोशिश करते भी दिख रहे हैं।
घटना केवलारी के मलारी ग्राम की है जहां किसानों ने नहर का गेट खोलने की शिकायत की थी। इससे भड़के एसडीओ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एसडीओ श्रीराम बघेल किसानों से न सिर्फ अभद्र भाषा में बात कर रहे हैं, बल्कि एक किसान धमकाते हुए जबरन कार की डिक्की में बंद करने की कोशिश भी करते दिख रहे हैं। वीडियो में वह किसान को कथित तौर पर कहते नजर आ रहा है कि तुम अपनी सीमा में रहना। मैं किसी भी हद तक जाऊंगा। तुम्हारी ऐसी-तैसी कर दूंगा।

एमपी का प्रशासन किसान विरोधी और संवेदनहीन

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ।
इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एसडीओ के खिलाफ आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग की है। कमलनाथ ने एक्स पर लिखा कि, मध्य प्रदेश का प्रशासन दिन पर दिन किसान विरोधी और संवेदनहीन होता जा रहा है। सिवनी में एक किसान को जानवरों की तरह पड़कर जल संसाधन विभाग के एसडीओ और उनकी टीम कार की डिग्गी में डाल रहे हैं। किसान उसके साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार न करने के लिए गिड़गिड़ा रहा है लेकिन उस पर दया करने की बजाय सरकारी अमला हंस रहा है और उसका मजाक उड़ा रहा है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने आगे लिखा, यह प्रशासनिक संवेदनहीनता और क्रूरता की पराकाष्ठा है। स्वतंत्र देश में आखिर किसी नागरिक के साथ इस तरह का व्यवहार कैसे किया जा सकता है? किसान पर अत्याचार करने वालों पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए और मुकदमा दर्ज कर आपराधिक प्रकरण शुरू किया जाए।