* कांग्रेस पार्टी की बैठक में कहा था- “संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या के लिए तत्पर रहो, हत्या इन द सेंस….हराने का काम करो”
* जमानत मिलने की खबर आने से कांग्रेस पार्टी और समर्थकों में ख़ुशी की लहर
* क़रीब ढाई माह बाद पन्ना जिले की उप जेल पवई से होगी रिहाई
पन्ना। (www.radarnews.in) प्रधांनमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विवादित बयान देने वाले बुंदेलखंड के दिग्गज़ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट (जबलपुर) ने जमानत दे दी है। सोमवार को जस्टिस संजय द्विवेदी की सिंगल बेंच ने कांग्रेस नेता की जमानत याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने 1 लाख रुपए के मुचलके पर उन्हें जमानत दी है। पूर्व मंत्री राजा पटेरिया पिछले ढाई माह से पन्ना जिले की उप जेल पवई में बंद हैं। पूर्व में उनकी जमानत की अर्जी अलग-अलग कोर्ट से ख़ारिज हो चुकी थी। हाईकोर्ट (जबलपुर) में दूसरी बार जमानत याचिका दाख़िल करने पर पटेरिया की जमानत मंजूर हुई है। हाईकोर्ट में पूर्व मंत्री राजा पटेरिया की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता शशांक शेखर ने पैरवी की। राजा पटेरिया को जमानत मिलने की खबर आने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी और उनके समर्थकों में ख़ुशी की लहर देखी जा रही है।
क्या है पूरा मामला
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पवई जिला पन्ना के द्वारा रविवार 11 दिसंबर 2022 को स्थानीय रेस्ट हाउस में मण्डलम-सेक्टर स्तरीय पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। बैठक का एक वीडियो वायरल हुआ था, इसमें पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजा पटैरिया यह कहते हुए दिख रहे हैं कि- “मोदी इलेक्शन खत्म कर देगा। मोदी धर्म, जाति, भाषा के आधार पर बांट देगा। दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का भावी जीवन खतरे में है। संविधान यदि बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तत्पर रहो, हत्या इन द सेंस….हराने का काम करो।” इस बैठक में गुनौर विधायक शिवदयाल बागरी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष पन्ना शारदा पाठक, पन्ना जिला कांग्रेस के तत्कालीन प्रभारी मनोज त्रिवेदी सहित पवई विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता-पदाधिकारी उपस्थित नजर आ रहे हैं। वीडियो के वायरल होने से पवई, पन्ना से लेकर भोपाल और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक सियासी बवाल मच गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पटैरिया के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला था। साथ ही इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।