* विधायक के पुत्र का कुछ समय पूर्व हुआ था एक्सीडेंट
पन्ना। (www.radarnews.in) प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को जरुरत पड़ने पर मुख्यमंत्री द्वारा अपने सहयता कोष से आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। जरूरतमंदों के लिए इस सहायता को प्राप्त करना भले ही कठिन हो पर सत्ता से जुड़े प्रभावशाली लोगों को, जिनको इसकी आवश्यकता नहीं होती, बड़ी आसानी से मिल जाती है। मजेदार बात तो यह कि ऐसे लोगों को बिन माँगे ही मुख्यमंत्री कमल “नाथ” की मदद मिल रही है। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की गुनौर सीट से कांग्रेस के विधायक शिवदयाल बागरी के बेटे को 1.50 लाख रूपए की उपचार सहायता राशि मुख्यमंत्री द्वारा जारी करने का मामला इसका ताजा उदाहरण है। विधायक का पुत्र पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर पदस्थ है और बहु सरकारी टीचर है। विधायक शिवदयाल बागरी और अस्पताल में इलाज करा रहे उनके पुत्र समरजीत बागरी का कहना है कि उनके द्वारा उपचार सहायता के लिए किसी तरह का कोई आवेदन नहीं किया गया। सहायता राशि कैसे स्वीकृत हुई हमें इसकी जानकारी नहीं है। उधर, मामला सुर्खियों में आने के बाद प्रदेश सरकार की यह दरियादिली चर्चा का विषय बनी है।
आरक्षित गुनौर सीट से विधायक शिवदयाल बागरी के पुत्र समरजीत बागरी निवासी ग्राम इटवां मेहगू पोस्ट गिरवारा पुलिस विभाग में सतना जिले में पदस्थ है। समरजीत की पत्नी भी सतना जिले में ही सरकारी टीचर है। कुछ समय पूर्व भोपाल जाते समय समरजीत की कार विदिशा के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। सड़क हादसे में समरजीत गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनका इलाज भोपाल के एक निजी हॉस्पिटल में चल रहा है। विधायक के बेटे के इलाज के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने स्वेच्छानुदान मद से एक लाख पचास हजार रुपए की सहायता राशि दी है। यह राशि हॉस्पिटल बी-253 हिल्स रोड शाहपुरा भोपाल को जारी की गई है।
डिलीट किया ट्वीट
विधायक के पुत्र के लिए मुख्यमंत्री द्वारा उपचार सहायता राशि जारी करने की जानकारी मध्यप्रदेश जनसम्पर्क विभाग ने ट्विटर के माध्यम से दी है। पन्ना कलेक्टर कार्यालय के ट्विटर हैंडल से जनसम्पर्क विभाग के इस ट्वीट को रीट्वीट किया साथ ही इसे फेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया गया। फलस्वरूप यह खबर शुक्रवार से ही लोगों के बीच चर्चा का विषय बनीं है। विधायक गुनौर शिवदयाल बागरी के आरक्षक पुत्र को उपचार सहयता राशि जारी करने को लेकर सीएम की दरियादिली से जुड़ीं खबर को विभिन्न समाचार माध्यमों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है। इसके मद्देनजर उक्त सभी सोशल मीडिया पोस्ट को डिलीट किए जाने की भी अपुष्ट चर्चा है।
विधायकों-मंत्रियों को संतुष्ट करने का है आरोप
उल्लेखनीय है कि मंगलवार 27 अगस्त को पन्ना में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह पार्टी के जिला कार्यालय का उद्घाटन करने आये थे। इस अवसर पर उन्होंने मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए यह आरोप लगाया था कि ये अपने अंतर्विरोधों से घिरे हुए हैं। इनका ध्यान सरकार चलाने में नहीं बल्कि अपने विधायकों, मंत्रियों को संतुष्ट करने और उन्हें रोककर रखने में लगा हुआ है।