कलेक्ट्रेट में दमचुआ के ग्रामीणों ने लगाए नारे, “रोड नहीं तो वोट नहीं”

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कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपने के बाद मीडियाकर्मियों को अपनी समस्या की जानकारी देते दमचुआ के ग्रामीणजन।

* सड़क निर्माण शुरू न होने पर मतदान का करेंगे सामूहिक बहिष्कार

* बृजपुर से दमचुआ जाने के लिए लगाना पड़ता है 8 किलोमीटर का चक्कर

* किसान सड़क निर्माण के लिए भूमि देने को तैयार लेकिन नहीं बन पाई सीधी सड़क

* मतदाता जागरूकता अभियान के बीच मतदान के सामूहिक बहिष्कार आ रहीं खबरें

शादिक खान, पन्ना। रडार न्यूज    मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2018 में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पन्ना जिले में करीब एक माह से जोर-शोर से मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत आये दिन विविध गतिविधियां आयोजित कर लोगों को अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। चुनावी तैयारियों के बीच मतदाता जागरूकता अभियान पर बड़ी राशि खर्च करने के साथ-साथ इस काम में मैदानी अमले से लेकर ब्लॉक और जिला स्तर तक की प्रशासनिक मशीनरी झोंक दिया गया है। बिडंबना यह है कि एक ओर जहां मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग करने की शपथ दिलाई जा रही वहीं दूसरी तरफ प्रशासन की घोर उदासीनता और जनप्रतियनिधियों की वादाखिलाफी के कारण बुनियादी सुविधाओं से वंचित ग्रामीण लगातार सामूहिक रुप से मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान कर रहे हैं। पन्ना जिले के पन्ना विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-60 अंतर्गत ही अब तक करीब आधा दर्जन ग्रामों के वाशिंदे विधानसभा चुनाव में वोट न डालने की सामूहिक रूप से चेतावनी दे चुके हैं।

अधिकारियों को सुनाई खरी-खोटी

इसी क्रम में ताजा मामला ग्राम पंचायत बड़गड़ी अंतर्गत ग्राम दमचुआ का सामने आया है। दमचुआ और रखैल ग्राम से बृजपुर की दूरी बमुश्किल 1-2 किलोमीटर है लेकिन सीधी सड़क न होने के कारण इन दोनों गांवों के रहवासियों को बृजपुर जाने के लिए करीब 8 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। गांव से बृजपुर तक एक अदद बारहमासी सुगम आवागम सुविधा वाली सीधी सड़क के आभाव में ग्राम दमचुआ और रखैल के रहवासियों का समय और धन तो बर्बाद हो ही रहा है ऊपर से उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है। कई बार ध्यान आकृष्ट कराने के बाद भी इनकी समस्या के समाधान को लेकर जिला प्रशासन की उपेक्षा और असंवेदनशीलता बनी रही। उधर, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि सड़क की सौगात दिलाने का वादा करके भूल गए। इससे नाराज दमचुआ ग्राम के लोग खुद को उपेक्षित और छला महसूस कर रहे है। सोमवार 19 नवंबर को जिला मुख्यालय पन्ना पहुंचे दमचुआ के ग्रामीणों का गुस्सा तब देखने को मिला जब उनके द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में “रोड नहीं, तो वोट नहीं” के नारे लगाते हुए ज्ञापन लेने आये अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई गई। दमचुआ के लोगों ने ज्ञापन में स्पष्ट शब्दों में यह उल्लेख किया है कि मतदान के पूर्व उनके गांव से बृजपुर तक यदि सुगम और सीधे पहुंच मार्ग का पक्का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे सामूहिक रूप से मतदान का बहिष्कार करेंगे।

बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते बच्चे

पिछले 15 सालों से सत्तासीन प्रदेश सरकार के विकास के बड़े-बड़े दावों के बीच जमीनी हकीकत यह है कि आज भी कई गांवों में लोगों को जीवन के लिए जरुरी बुनियादी सुविधायें भी नसीब नहीं है। ग्रामीण अंचल में सड़क, बिजली, स्वास्थय, शिक्षा और पेयजल की सुविधा बदहाल स्थिति में है या फिर इनके आभाव से लोगों को जूझना पड़ रहा है। पन्ना जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बड़गड़ी का ग्राम दमचुआ बांग्लादेशी शरणार्थी बाहुल्य मेहनतकश प्रगतिशील किसानों का गांव है। दमचुआ और इसके पड़ोसी आदिवासी बाहुल्य ग्राम रखैल से बृजपुर तक सीधी सड़क न होने के कारण इन दोनों ही गांवों के बच्चों को कक्षा 8 वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए बृजपुर हायर सेकेण्डरी स्कूल जाने के लिए काफी परेशान होना और लंबा चक्कर काटना पड़ता है। क्योंकि बारिश के दिनों में कीचड़ से सराबोर सीधे रास्ते से होकर पैदल जाना बेहद मुश्किल हो जाता है। पगडंडी वाला यह रास्ता तालाब की मेड़ से होकर गुजरता है इसलिए यह काफी जोखिम भरा भी है। गांव की बेटियों ने बताया कि उन्हें शासन की योजना के तहत साइकिल मिली है लेकिन रोज-रोज बृजपुर तक आने-जाने के लिए लंबा चक्कर लगाने में काफी परेशानी होती है। इस कारण इन दोनों गांवों के कई बच्चे तो बीच में ही अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ने को मजबूर है।

3 साल बाद भी नहीं बन पाई सड़क

सड़क निर्माण न होने से परेशान दमचुआ के ग्रामीणों का ज्ञापन।
दमचुआ से पन्ना आये ग्रामीणों ने बताया कि 29 जून 2015 को उनके गांव में जन समस्या निवारण शिविर आयोजित हुआ था। जिसमें प्रदेश सरकार की पीएचई मंत्री सुश्री कुसुम मेहदेले और तत्कालीन कलेक्टर शिवनारायण सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए थे। जिसमें पहुंच मार्ग की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया था। मंत्री के समक्ष किसानों ने दमचुआ से बृजपुर तक सीधी सड़क के निर्माण हेतु अपनी भूमि देने की सहमति दी थी। फलस्वरूप कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री आरईएस को पहुंच मार्ग का स्टीमेट तैयार कर एक सप्ताह में सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश दिए थे। शिविर में आये अतिथियों ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए भरोसा दिलाया था कि शीघ्र ही उन्हें सीधी सड़क का उपहार मिल जायेगा। स्थिति यह है कि तीन वर्ष से भी अधिक समय गुजरने के बाद सड़क बनना तो दूर सड़क कार्य तक प्रारंभ नहीं हुआ। दमचुआ के ग्रामीणों ने मतदान का सामूहिक बहिष्कार इन्हीं झूठी घोषणाओं और वादों से नाराजगी के चलते किया है।

इनका कहना है-

“आमजन की समस्याओं का समाधान होना चाहिए, उन्हें जरुरी सुविधाएं मिलनी चाहिए। दमचुआ की समस्या की मुझे जानकारी नहीं है, पन्ना एसडीम से जानकारी प्राप्त कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। मताधिकार आमजन का बहुमूल्य अधिकार है इसका उपयोग करने के लिए दमचुआ के ग्रामीणों से चर्चा कर उन्हें मनाने प्रयास किया जायेगा।”

–  जे. पी. धुर्वे, अपर कलेक्टर पन्ना।