* मार्ग बाधित होने से यात्रियों को उठानी पड़ रही परेशानी
* खुलेआम बगैर पिटपास के जारी है रेत का अवैध परिवहन
* सांठगांठ के चलते जिम्मेदार अधिकारी कर रहे हैं अनदेखी
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में रेत ठेकेदार ने आपदा को अवसर बनाकर सालभर से खुलेआम लूट मचा रखी है।रेत के अनियंत्रित दोहन के चलते एक ओर जहां शासन को प्रतिदिन लाखों रुपये के राजस्व की क्षति उठानी पड़ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ खनन से छलनी हो चुकी जीवनदायनी केन नदी का अस्तित्व संकट में है। तेज़ी से फल-फूल रहा रेत का अवैध कारोबार अति पिछड़े इस इलाके के लिए बड़ी समस्या बन चुका है। खासकर पन्ना से अजयगढ़ तक का सफर करना अब पहले से कहीं अधिक जोखिम और परेशानी भरा हो चुका है। अजयगढ़ क्षेत्र की खदानों से रेत लेकर पन्ना की तरफ आने वाले ओवरलोड हैवी ट्रक-डम्फरों के कारण 40 किलोमीटर लम्बे इस मार्ग पर आए दिन जाम लग रहा है।



स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से हर दिन जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। इससे समस्या की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस समस्या की जड़ अजयगढ़ से पन्ना-सतना के लिए रेत का परिवहन करने वाले ओवरलोड हैवी ट्रक-डम्फर हैं। जोकि अक्सर ही सिंहपुर या फिर विश्रामगंज घाटी के घुमावदार खतरनाक मोड़ पर चढ़ाई के दौरान पलट जाते अथवा तकनीकी गड़बड़ी आने के कारण वहीं खड़े हो जाते हैं। प्री-मानसून की बारिश के बाद इस मार्ग पर हालात लगातार ख़राब हो रहे हैं। अब तो स्थिति यह है कि कब जाम लग जाए कुछ भी कहना मुश्किल है।
रेत माफिया को खुला संरक्षण देकर निहित स्वार्थ साधने में जुटे राजस्व, खनिज, परिवहन और पुलिस के अधिकारी जानबूझकर इस समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं। जिससे इस मार्ग से होकर अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए यात्रियों जाम के झाम का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी रवि पटेल एवं जिला परिवहन अधिकारी सुनील कुमार शुक्ला से जब सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल फोन रिसीव न होने के कारण बात नहीं हो सकी।

