हृदय विदारक घटना : आग से जलकर माँ-बेटे का दर्दनाक दुखांत

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स्थानीय लोगों से घटना की जानकारी प्राप्त करते हुए पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र।

*  पन्ना नगर के गल्ला मण्डी क्षेत्र में बीती रात सामने आई घटना

*  गरीबी-बेरोज़गारी के चलते आग लगाकर आत्महत्या करने की चर्चा

पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय में शनिवार की रात एक वृद्धा और उसके जवान बेटे की आग से जलकर दर्दनाक मौत हो गई। आगजनी की यह घटना घर के अंदर की है और उस समय घर के दरवाजे अंदर से बंद थे। फिलहाल प्रारंभिक पुलिस जांच में घटना के कारणों का आधिकारिक तौर पर पता नहीं चल सका। मृतक के रिश्तेदार और पड़ोसियों की मानें तो गरीबी-बेरोजगारी के चलते माँ-बेटे ने स्वयं को आग के हवाले कर आत्महत्या की है। ह्रदय विदारक घटना की खबर आने के बाद से पन्ना नगर में शोक की लहर व्याप्त है। कोतवाली थाना पुलिस ने घटना की वास्तविकता का पता लगाने के लिए मर्ग कायम कर घटना के हर पहलू की गहनता से पड़ताल शुरू कर दी है।
घटनास्थल पर पंचनामा कार्रवाई करते हुए पन्ना कोतवाली थाना पुलिसकर्मी।
पन्ना नगर के गल्ला मण्डी क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक-04 में स्थित एक घर से शनिवार 05 दिसम्बर की रात करीब 10 आग की तेज लपटें उठने से इलाके में अफरा-तफरी फ़ैल गई। गंभीर हादसे की आशंका से घिरे आस-पड़ोस के लोगों द्वारा तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को कॉल कर आगजनी की सूचना दी गई। फायर ब्रिगेड के मौके पर पहुँचने तक स्थानीय लोग बिना समय गंवाए अपने स्तर पर आग को बुझाने में जुट गए। इस दौरान घर के दरवाजे अंदर से पाए गए। साथ ही दरवाजे के पीछे ईंटें रखी हुई मिलीं। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची नगर पालिका की फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने पानी की बौछारें छोड़कर आग पर काबू पाया। कोतवाली थाना पुलिस के जवानों एवं पड़ोसियों ने जब अंदर जाकर देखा तो वही हुआ जिसका सबको डर था ! कमरे के अंदर विनोद जाटव पुत्र स्व. बिहारी लाल जाटव 35 वर्ष व उसकी माँ धंती बाई जाटव पत्नी स्व. बिहारी लाल जाटव 65 वर्ष की आग से जलने के कारण मौके पर ही दर्दनाक मौत हो चुकी थी। माँ-बेटे के शव आग की लपटों से बुरी तरह झुलस चुके थे। फिलहाल इस घटना के कारणों का आधिकारिक तौर पर पता नहीं चल सका। लेकिन मृतक के पड़ोसियों और रिश्तेदारों का ऐसा मानना है कि, गरीबी-बेरोजगारी के चलते माँ-बेटे ने आत्मघाती कदम उठाया है। दिल दहला देने वाली इस घटना की खबर आने के बाद से नगर में शोक की लहर व्याप्त है।

कई माह से रिश्तेदार खिला रहे थे खाना

शव विच्छेदन गृह के बाहर बैठे शोक संतृप्त परिजन।
रविवार को शवों के पोस्टमार्टम के दौरान शव विच्छेदन गृह के बाहर बैठे हेमन्त जाटव ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि मृतक विनोद जाटव उसका चचेरा भाई था। जोकि पेशे से मोटर साईकिल मैकेनिक था। विनोद की दो बहनें और एक छोटा भाई गणेश जाटव है। उसकी दोनों बहनों का विवाह हो चुका है जबकि छोटा भाई गणेश अविवाहित है और वर्तमान में ग्वालियर में रहकर मजदूरी करता है। करीब 10 वर्ष पूर्व विनोद का विवाह हुआ था। लेकिन पति से अलगाव के चलते कई सालों से उसकी पत्नी अपने मायके में रह रही है। दोनों का एक पुत्र भी है वह अपनी माँ के साथ रहता है। दाम्पत्य जीवन में दरार पड़ने के बाद से विनोद नशे का आदी हो गया था। गरीबी से जूझ रहे इस दलित परिवार की मुश्किलें कोरोना लॉकडाउन के चलते काफी बढ़ गईं थी। बेरोजगार हो चुका विनोद अपना और वृद्ध माँ का भरण-पोषण करने असमर्थ हो गया था। कोरोना की आपदा के इस कठिन समय में हेमन्त व अन्य रिश्तेदार उन्हें खाना देते थे। हेमन्त ने एक सवाल के जवाब में बताया कि विनोद का बीपीएल कार्ड बना था जिसमें उसे राशन भी मिलता था। लेकिन सूखा राशन तो नहीं खाया जा सकता, खाना पकाने के लिए और भी बहुत कुछ लगता है। हेमन्त के अनुसार गरीबी-बेरोजगारी एवं जबरदस्त आर्थिक तंगी के चलते ही उसके चचेरे भाई तथा चाची ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या की है।

शाम के समय भी किया था आत्महत्या का प्रयास

शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाते हुए परिजन।
गल्ला मण्डी के समीप रहने वाले बलीराम जाटव ने बताया कि मृतक विनोद रिश्ते में उसका साला लगता था। शनिवार की शाम को विनोद ने अपने घर के बाहर कुछ कपड़े रखकर और कैरोसीन डालकर स्वयं को आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। तब पड़ोस में रहने वाले लोगों ने समय रहते उसे देख लिया और डांट-फटकार कर भगा दिया था। बलीराम के अनुसार विनोद अपनी निजी जिंदगी में कई परेशानियों व चुनौतियों से जूझ रहा था जिससे उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि शाम के समय खुदखुशी करने में असफल रहने पर विनोद जाटव ने रात के समय घर के अंदर आखिरकार कैरोसीन डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। विनोद की वृद्ध माँ ने भी आत्महत्या की या फिर कमरे में लगी आग में जलने से उनकी मौत हुई, इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं।

कलेक्टर ने दी आर्थिक सहायता

मृतकों के आश्रितों को आर्थिक सहायता राशि प्रदान करते हुए पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र।
माँ-बेटे की जिंदा जलने से मौत होने की स्तब्ध कर देने वाली घटना की जानकारी मिलने पर पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने रविवार की सुबह मौके पर पहुंचकर घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस घटना पर गहरा दुःख और शोक संतृप्त परिवार के प्रति अपनी सवेदनायें व्यक्त करते हुए उन्होंने मृतकों के आश्रितों को फौरी तौर पर बीस हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की। कलेक्टर ने घटना की सच्चाई का पता लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों को सूक्ष्मता से जांच करने के आदेश दिए हैं। इस दौरान पन्ना एसडीएम शेर सिंह मीणा (आईएएस) भी मौके पर मौजूद रहे। वहीं पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली थाना पन्ना के निरीक्षक एवं फोरेंसिक टीम को घटना की जांच के संबंध आवश्यक निर्देश दिए हैं।