* एसटीसी सब डिवीजन को यथावत करने विधुत ठेकेदारों ने सीई को सौंपा ज्ञापन
* विधुत लाइनों में समस्या आने पर समय पर नहीं हो पा रहा है सुधार कार्य
* विधुत उपभोक्ता, विभागीय अधिकारी-कर्मचारी और ठेकेदार हो रहे परेशान
शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) जिला मुख्यालय पन्ना से विधुत कंपनी के एसटीसी सब डिवीजन ऑफिस को छतरपुर स्थानांतरित करने के मनमाने फैसले से जिले की विधुत व्यवस्था पर ख़ासा दुष्प्रभाव देखा जा रहा है। पहले से ही प्रभावित पन्ना जिले की विधुत व्यवस्था अब चौपट हो चुकी है। इसका खामियाजा निर्दोष उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी लिमिटेड के स्थानीय अधिकारी-कर्मचारी और ठकेदार भी आए दिन परेशान हो रहे हैं। विधुत कंपनी के सर्किल (मण्डल) वाले पन्ना जिले से एसटीसी सब डिवीजन को हटाकर अन्यंत्र शिफ्ट करने के अव्यवहारिक एवं अदूरदर्शी फैसले के व्यापक दुष्प्रभाव के खिलाफ लगातार आवाज उठ रही है।
इसी क्रम में शनिवार 19 जून को मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी लिमिटेड के मुख्य अभियंता सागर, के.एल. वर्मा से भेंट कर जिले के विधुत ठकेदारों के द्वारा उन्हें एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसके माध्यम से उपोक्ताओं एवं कम्पनी हित में एसटीसी सब डिवीजन को छतरपुर से वापस पन्ना लाने की पुरजोर मांग की गई है। पन्ना जिले की विधुत व्यवस्था का अवलोकन करने आए चीफ इंजीनियर वर्मा ने ठेकेदारों की मांग को जायज बताते हुए इस सबंध में उन्हें आवश्यक कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया है।
उल्लेखनीय है कि विधुत कम्पनी का एसटीसी सब डिवीजन पन्ना में धरम सागर तालाब के समीप स्थित रहा है। दो वर्ष पूर्व इसे पन्ना से हटाकर जब पड़ोसी जिला छतरपुर में शिफ्ट करने की कवायद चल रही थी तब विधुत ठेकेदारों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क कर इसके दुष्परिणाम से अवगत कराते हुए इसे रोकने की गुहार लगाई थी। लेकिन जिम्मेदारों ने एसटीसी सब डिवीजन को पन्ना में यथावत रखने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। नतीजतन पन्ना में वर्षों से संचालित रहा यह महत्वपूर्ण कार्यालय पड़ोसी जिला छतरपुर चला गया।
मालूम हो कि, एसटीसी सब डिवीजन का काम विधुत ठेकेदारों को विधुत ट्रांसफार्मर समेत अन्य विधुत उपकरण उपलब्ध कराना है। जब भी विधुत संबंधी कोई समस्या आती है तो इस कार्यालय के माध्यम से ठेकेदार आवश्यक उपकरण प्राप्त कर सुधार कार्य करते हैं। एसटीसी सब डिवीजन को पन्ना से 70 किलोमीटर दूर छतरपुर शिफ्ट करने से अब ठेकेदारों को आवश्यक उपकरण प्राप्त करने में काफी समय लग रहा है। जिससे विधुत आपूर्ती लम्बे समय तक बाधित रहती है।
अन्य जिलों के सब डिवीजन हुए यथावत
ठेकेदारों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया है कि, विगत दो से तीन वर्ष पूर्व में सागर संभाग के तीन सब डिवीजन एसटीसी दमोह को सागर, टीकमगढ़ एवं पन्ना को छतरपुर में मर्ज किया गया था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, महज दो से तीन महीने के बाद ही टीकमगढ़ और दमोह के सब डिवीजन को वापस इन जिलों में यथावत कर दिया गया। सिर्फ पन्ना एसटीसी सब डिवीजन (उप संभाग) आज दिनांक तक छतरपुर में ही मर्ज है। यह स्थिति सीधे तौर पन्ना के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को इंगित करती है, जिसका दुष्परिणाम जिले के लोगों को झेलना पड़ रहा है।
विधुत लाइन में अब जरा सी समस्या होने पर जैसे कि- जंफर उड़ना, ट्रांसफार्मर खराब होना या जलने जैसी तमाम छोटी-बड़ी समस्याओं के लिए पन्ना को छतरपुर पर आश्रित रहना पड़ रहा है। आवश्यक मटेरियल की प्राप्ति में काफी समय लगने से विधुत आपूर्ती की बहाली को लेकर उपभोक्ताओं का इंतजार भी लंबा हो रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्र की विधुत व्यवस्था पर पड़ रहा है। हालांकि, कुछ जगहों के लिए इमरजेंसी सुविधा रहती है पर अधिकांश नगरीय क्षेत्रों में 1 से 3 दिन तक का समय सुधार कार्य में लग जाता है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तो एक सप्ताह से लेकर महीने भर तक का समय लग लग रहा है। ज्ञापन में बताया गया है कि, पन्ना में एसटीसी सब डिविजन को यथावत किए जाने से जिले की विधुत समस्या के साथ-साथ अधिकारी-कर्मचारी एवं ठेकेदारों की समस्या भी स्वत: दूर हो जाएगी।
दर्जनों गाँवों में महीनों से छाया है अंधेरा
विदित हो कि, पन्ना जिले में विधुत समस्या के चलते आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ कृषक, व्यापारी भी परेशान हैं नगरीय क्षेत्रों में विद्युत समस्या होने पर 1 या 2 दिन में समाधान हो जाता है परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत समस्या का समाधान होने में हफ्तों लग जाते हैं। वर्तमान में जिले के दर्जनों गांव महीनों से अंधेरे में डूबे हुए हैं। कहीं ट्रांसफार्मर खराब है तो, कहीं का ट्रांसफार्मर जल गया है एवं कहीं आंधी तूफान में विद्युत लाइन टूटी पड़ी है। इस प्रकार जिलेवासियों को विधुत समस्या से जूझना पड़ रहा है। अधिकारियों एवं ठेकेदारों द्वारा बताया जाता है कि छतरपुर से ट्रांसफार्मर मंगवाने या अन्य सामग्री के लिए इंतजार करना पड़ता है। क्योंकि, एक ट्रांसफार्मर या थोड़ी सी सामग्री के लिए छतरपुर तक वाहन भेजना उचित नहीं है। इसलिए एक साथ कई ट्रांसफार्मर या अन्य सामग्री की मांग का इंतजार किया जाता है। जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र के लोग बिजली ठप्प होने के कारण परेशान होते रहते हैं।
इस वजह से अक्सर विधुत कर्मियों और ग्रामीणों के बीच विवाद की स्थिति भी निर्मित हो रही है। इन तमाम समस्याओं के समाधान हेतु एवं उपभोक्ताओं को निर्बाध गुणवत्तापूर्ण विधुत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ठेकेदारों ने पन्ना के एसटीसी सब डिवीज़न को छतरपुर से वापस पन्ना लाने की मांग की है। अब देखना यह है कि, ठेकेदारों की इस बाजिव मांग पर मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी लिमिटेड के शीर्ष अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं और इसमें कितना समय लगाते हैं।
इनका कहना है –
“पन्ना से एसटीसी सब डिवीजन स्थानांतरित किए जाने के कारण होने वाली समस्या से जिले के विद्युत ठेकेदारों द्वारा मुझे ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया है, मैं शीघ्र ही उच्च अधिकारियों से बात करके इस समस्या का शीघ्र निराकरण करवाने का प्रयास करूंगा, क्योंकि उनकी मांग पूर्णतः जायज है।”
– के.एल. वर्मा, मुख्य अभियंता, मध्य पूर्व क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी, सागर।
मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विधुत वितरण कंपनी लिमिटेड सागर के मुख्य अभियंता के.एल. वर्मा ने पत्रकारों से चर्चा में विधुत ठेकेदारों की मांग को जायज बताते हुए इस संबंध में शीर्ष अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया है। pic.twitter.com/M3syDiRgZ8
— Radar News (@RadarNews4) June 20, 2021