* गंभीर रूप से घायल वृद्ध की इलाज के दौरान जबलपुर में हो गई थी मौत
* आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर बसपा और भीम आर्मी ने सौंपा था ज्ञापन
पन्ना। (www.radarnews.in) जिले के सलेहा थाना अंतर्गत बछरवारा ग्राम में पखवाड़े भर पूर्व एक युवक द्वारा कुल्हाड़ी से किए गए प्राणघातक हमले में गंभीर रूप से घायल दलित वृद्ध सुखलाल वर्मा 65 वर्ष की गुरुवार 11 सितंबर को मेडिकल कॉलेज जबलपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। कई दिनों से जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे वृद्ध की सांसें थमने की दुखद खबर आते ही सलेहा क्षेत्र में तनाव फ़ैल गया था। मृतक के हत्यारोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एवं भीम आर्मी के नेताओं ने संयुक्त रूप से सलेहा थाना परिसर में प्रदर्शन करते हुए एसडीओपी गुनौर को ज्ञापन सौंपा था। घटना की गंभीरता को देखते थाना प्रभारी सलेहा बलवीर सिंह यादव द्वारा आरोपी अंकित द्विवेदी के विरुद्ध थाना में पूर्व से दर्ज जानलेवा हमले के अपराध में हत्या की धारा का इजाफा किया गया। साथ ही मुखबिर तंत्र एवं साइबर सेल की मदद से आरोपी के संभावित ठिकानों पर दबिश देकर शनिवार को उसे तत्परता से गिरफ्तार कर लिया।

सलेहा थाना प्रभारी एवं उप निरीक्षक बलवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 27 अगस्त 2025 को अनुज वर्मा 36 वर्ष निवासी ग्राम बछरवारा ने थाना आकर रिपोर्ट लिखवाई थी कि, दोपहर के समय उसके पिता सुखलाल वर्मा कछार हार में बकरी चरा रहे थे। उसी समय गांव का अंकित पिता रामजी द्विवेदी 29 वर्ष वहां आया और पुरानी बुराई के चलते बुरी-बुरी जातिसूचक गालियां देने लगा। जब मेरे पिता ने गाली देने से मना किया तो बौखलाए अंकित ने कुल्हाड़ी और कुल्हाड़ी के बेंत से जानलेवा हमला कर बुरी तरह लहूलुहान कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। अनुज की रिपोर्ट पर थाना सलेहा में अंकित के विरुद्ध अपराध क्र. 283/25 धारा 296, 115(2), 118(1), 351(2) बीएनएस 3 (1) (द), 3(1) (ध), 3(2) (वा) एससी एसटी एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उधर परिजन घायल वृद्ध को इलाज के लिए जिला अस्पताल पन्ना ले गए, जहां सुखलाल की नाजुक हालत को देखते हुए चिकित्सक ने मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर कर दिया था। मेडिकल कॉलेज जबलपुर में कई दिनों से जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे वृद्ध ने गुरुवार 11 सितंबर की शाम दम तोड़ दिया। वृद्ध सुखलाल की मौत होने की खबर आते ही सलेहा-गुनौर क्षेत्र में तनाव फ़ैल गया। देखते ही देखते यह मामला दलित बनाम सवर्ण का रूप लेने लगा।
