कलेक्टर ने सपत्नीक कल्दा पठार पहुंचकर मुर्गीपालन गतिविधियों का लिया जायजा

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मुर्गी पालन की गतिविधि शुरू करने वाली कल्दा पठार की आदिवासी महिलाओं से संवाद करते पन्ना कलेक्टर हरजिंदर सिंह।

*     आदिवासी समाज की महिलाओं से किया संवाद

पन्ना। (www.radarnews.in) बुंदेलखंड अंचल का पचमढ़ी कहे जाने वाले पन्ना जिले के कल्दा पठार का कलेक्टर हरजिंदर सिंह ने बीती रविवार को अपनी धर्मपत्नी डॉ. शैली सिंह के साथ भ्रमण किया। कलेक्टर ने आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत कल्दा के ग्राम गुरजी पहुंचकर यहां मुर्गीपालन की नवीन आजीविका गतिविधियों से जुड़ी महिलाओं से संवाद किया और परंपरागत तरीके से जीवनयापन के स्थान पर मुर्गीपालन के जरिए रोजगार का अवसर प्राप्त करने पर शुभकामनाएं दीं। जिला कलेक्टर ने पत्नी डॉ. शैली सिंह के साथ नवनिर्मित मुर्गीपालन शेड भी देखा और यहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया।
कलेक्टर हरजिंदर सिंह अपनी धर्मपत्नी डॉ. शैली सिंह के साथ मुर्गी पालन शेड के अंदर चूजों को देखते हुए।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन की पहल पर पवई और शाहनगर जनपद पंचायत क्षेत्र के आदिवासी ग्रामों की पांच सौ महिलाओं को इस गतिविधि से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रथम चरण में सौ महिलाओं के साथ गतिविधि शुरू की गई है। मनरेगा योजना के तहत निर्मित एक मुर्गीपालन शेड की लागत 2 लाख 48 हजार रुपए है। आदिवासी परिवार की महिलाएं शेड में चूजों को दाना पानी देने एवं साफ सफाई का कार्य करेंगी और प्रतिमाह 7 से 8 हजार रूपए तक की आमदनी अर्जित कर सकेंगी। महिलाएं नवीन आजीविका गतिविधि से जुड़कर बहुत प्रसन्न हैं और जिला प्रशासन के अभिनव पहल की सराहना की है।