* पन्ना-सतना के बीच सकरिया ग्राम के समीप वीभत्स स्थिति में मिला शव
* लाश क्षत-विक्षत होने के कारण मृतक महिला है या पुरुष नहीं चल सका पता
* हत्या करने के बाद शव को सकरिया लाकर जलाने का अंदेशा जाता रही पुलिस
* बढ़ते संगीन अपराधों और चोरी की वारदातों से पन्ना की शांति को लगा ग्रहण
शादिक खान, पन्ना। रडार न्यूज मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में दो माह के अंदर तीसरी लाश मिलने से सनसनी व्याप्त है। रविवार 10 मार्च को नेशनल हाईवे-39 किनारे पन्ना-सतना मार्ग पर ग्राम सकरिया के पेट्रोल पंप के सामने सड़क से कुछ दूरी पर बेहद क्षत-विक्षत अवस्था में मिली अज्ञात लाश अत्याधिक जली होने और जंगली जानवरों द्वारा उसे अपना निवाला बनाए जाने के कारण 24 घंटे बाद यह भी पता नहीं चल सका कि लाश महिला की है या पुरुष की। घटनास्थल पर अज्ञात अधजला शव तीन हिस्सों में पुलिस को वीभत्स स्थिति में मिला है। लाश कहाँ से और कैसे आई इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएँ व्याप्त है। मरने वाले का धड़ और दोनों पाँव अलग-अलग पाए गए। धड़ और पैरों के हिस्से को जंगली जानवरों द्वारा अपना निवाला बनाने की बात कही जा रही है।
प्रारंभिक जांच के आधार यह संभावना जताई जा रही है कि अज्ञात व्यक्ति की बड़ी ही बेरहमी से हत्या करने के बाद साक्ष्य को छिपाने के मकसद से शव को सकरिया में लाकर जलाया गया है। रविवार को दोपहर में पन्ना कोतवाली थाना पुलिस को सकरिया में अज्ञात व्यक्ति का जला हुआ शव पड़ा होने की सूचना मिली थी। इस घटनाक्रम की खबर फैलने के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मचा है। पन्ना से महज 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सकारिया ग्राम पहुँचकर रविवार को ही पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया। अँधे क़त्ल के संबंध में आसपास के लोगों से बात कर आवश्यक जानकारी हाँसिल करने के प्रयास किये गए। रविवार रात शव को पोस्टमार्टम के लिए पन्ना लाकर जिला चिकित्सालय के शव विच्क्षेदन गृह में रखवाया गया। सोमवार की सुबह शव की हालत को देखते हुए ड्यूटी डॉक्टर ने पोस्टमार्टम संभव न होने की जानकारी दी। जिसके बाद शव को जांच के लिए मेडिकोलीगल संस्थान भोपाल भेजा जा रहा है।
अपराधियों ने फिर दिखाया दुस्साहस
नेशनल हाईवे-39 किनारे सकरिया ग्राम के समीप अज्ञात व्यक्ति का अधजला शव मिलने की घटना से एक बात स्पष्ट है कि पन्ना पुलिस का अपराधियों में जरा भी खौफ नहीं है। संभवतः अन्य किसी स्थान पर हत्या करने के बाद अज्ञात शातिर आरोपी बड़े ही दुस्साहसिक तरीके से शव को सकरिया लाकर नेशनल हाइवे किनारे जलाकर आसानी से भाग निकले लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। जबकि घटनास्थल के सामने पेट्रोल पंप स्थित है वहीं जिस तरफ लाश मिली है उससे कुछ ही दूरी पर रेल लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। वहाँ पर रेलवे के ठेकेदार का कैम्प भी स्थित है। नेशनल हाइवे पर जहां हर मिनिट में सैंकड़ों वाहन दिन-रात गुजरते है वहाँ सड़क से चंद कदमों की दूरी पर इतनी बड़ी वारदात के होने से पन्ना पुलिस की कार्यप्रणाली और सक्रियता पर सवालिया निशान लगा है।
वैसे भी पन्ना जिले की पुलिस पर लंबे समय से यह आरोप लग रहे हैं कि उसका फोकस अपने मूल कार्य पर न होकर रेत परिवहन, मवेशियों का परिवहन करने वाले वाहनों से इंट्री वसूली पर है। अवैध शराब बिक्री, जुआ-सट्टा को लेकर भी पुलिस का रुख नरम है। इस स्थिति का लाभ उठाकर पन्ना में आपराधिक तत्व सक्रिय हो गए हैं। चोरी, लूट, अपहरण और हत्या सरीकी वारदातें इसी का नतीजा हैं। जिसका दुष्परिणाम यह है कि शांति का टापू कहलाने वाला पन्ना जिला पिछले कुछ समय से एक के बाद एक लगातार संगीन वारदातों के सामने आने से दहल रहा है। पन्ना में पुलिस के लिए चोर भी चुनौती बने हैं। बढ़ते अपराधों के कारण यहाँ आमजन भयभीत और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उधर, पन्ना सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में पिछले दिनों हुईं संगीन वारदातों को लेकर मध्यप्रदेश की नई सरकार विपक्ष के निशाने पर है। मौजूदा स्थिति में यदि तुरंत आपेक्षित सुधार नहीं हुआ तो लोकसभा चुनाव के चलते मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
पहड़ीखेरा में मिली थी जली हुई लाश
मालूम हो कि इसके पूर्व पन्ना जिले के बृजपुर थाना अंतर्गत पहाड़ीखेरा ग्राम से कुछ दूरी पर स्थित गहरा नाला के समीप एक अज्ञात महिला की अधजली लाश क्षत-विक्षत अवस्था में पाई गई थी। वहीं जिले के अमानगंज थाना अंतर्गत ग्राम मेहगवां में गुडियाना मोहल्ला के नाला किनारे स्थित महाराज गिरि के खेत में पुलिस ने खुदाई कराकर एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया था। करीब 15-20 पुराने इस शव को लेकर पुलिस ने यह आशंका जताई थी कि अज्ञात युवक की हत्या करने के बाद शव को गड्ढा खोदकर गाड़ा गया है। उधर, पहाड़ीखेरा में गहरा नाला के समीप महिला की जली हुई क्षत-विक्षत भयावह लाश भी सड़क किनारे ही मिली थी। इसके पूर्व उसी स्थान पर विधानसभा चुनाव के समय खूँखार डकैत गिरोह ने दिनदहाड़े कुछ युवकों से लूटपाट करने के बाद सतना जिले के निवासी एक वन सुरक्षा श्रमिक का बंदूक की नोंक पर अपहरण कर लिया था।
महज दो से तीन माह के अंतराल में हुईं इन जघन्य घटनाओं से पन्ना जिले की पुलिस की घोर निष्क्रियता-उदासीनता का पता चलता है। चिंताजनक हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूर्व में मिलीं दोनों लाशों का अब तक खुलासा भी नहीं हो पाया है। इस बीच तीसरे अँधे क़त्ल की वारदात सामने आने से सनसनी फैलना और पुलिस पर उंगली उठना स्वाभाविक है। नवागत पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह कुशवाह को इन तमाम घटनाओं और समग्र परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए तत्परता से सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने की ओर ध्यान देना होगा ताकि पुलिस व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कर अपराधों की रोकथाम की जा सके।
इनका कहना है –
“सकरिया में मिले शव और अँधे क़त्ल के खुलासे के लिए पुलिस द्वारा आसपास के सभी जिलों के थानों को सूचना देकर गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। इस मामले में मर्ग कायम कर हत्या का प्रकरण दर्ज किया जा रहा है।”
– अरविंद कुजूर, निरीक्षक कोतवाली थाना पन्ना।
“लाश के अत्याधिक जलने तथा जानवरों द्वारा उसके कुछ हिस्से को अपना निवाला बनाए जाने से फ़िलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि उक्त शव महिला का है या पुरुष का है। शव को विस्तृत जांच के लिए मेडिकोलीगल भोपाल भेजा जा रहा है। यह बात सही है कि दो माह पूर्व पहाड़ीखेरा ग्राम में मिले महिला और अमानगंज थाना अंतर्गत मिले युवक के शव (अँधे क़त्ल) का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। अमानगंज वाले प्रकरण में हमें डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है, संभवतः इसका जल्दी ही उसका खुलासा हो जाएगा।”