MP में फिर शर्मसार करने वाली घटना, आदिवासी युवक को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा; वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

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बस के क्लीनर (आदिवासी युवक) को निर्वस्त्र करने के बाद उसे बेरहमी से पीटते हुए दबंग युवक। (सीसीटीव्ही फुटेज का स्क्रीन शॉट)

*     पन्ना जिले के गुनौर थाना क्षेत्र अंतर्गत शंकरगढ़ तिराहा की घटना

*     बस की सीट को लेकर हुए विवाद में चालक-परिचालक व यात्रियों से भी मारपीट

*     आधा दर्जन से अधिक युवकों ने दबंगई दिखाते हुए मचाया आतंक

   आदिवासी अत्याचार पर पर्दा डालने कार्रवाई में लीपापोती के आरोपों से घिरी पुलिस

   घटना की FIR में क्लीनर के नाम और उसके साथ हुई दरिंदगी का उल्लेख तक नहीं

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्यप्रदेश में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक यात्री बस में मनचाही सीट न मिलने का विवाद इस कदर बढ़ा गया कि दबंग युवक ने अपने दोस्तों संग मिलकर बस कर्मचारियों के साथ लाठी-डण्डों, लात-घूंसों से जमकर मारपीट की। बस के क्लीनर आदिवासी युवक को निर्वस्त्र करके बड़ी ही बेरहमी से पीटा गया। आरोपियों ने बस में भी तोड़फोड़ की है। विचलित करने वाली यह घटना बस में लगे सीसीटीव्ही कैमरों में कैद हो गई। जिसके वीडियो फुटेज (वीडियो) सोशल मीडिया पर वायरल है। आदिवासी युवक के साथ की गई खौफनाक क्रूरता की इस वारदात ने सूबे के सीधी जिले में एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने की घटना की यादें ताजा कर दीं हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैण्डल से बस में आतंक मचाते युवाओं का 5 मिनिट का सीसीटीव्ही फुटेज ट्वीट करते हुए शिवराज सरकार को घेरा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी पन्ना बस कांड पर ट्वीट करके शिवराज सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि, शिवराज के शर्मनाक राज में 18 साल में एक ऐसा भाजपाई तंत्र खड़ा किया है जो “आदिवासियों का दुश्मन” है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने ट्वीट में एमपी में आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचार की हैरान करने वाली घटनाओं का उल्लेख करते हुए सीएम शिवराज से जवाब मांगा है।

अलग सीट की मांग पूरी न होने पर हुआ विवाद

मध्य प्रदेश में आदिवासियों, दलितों, धार्मिक अल्प संख्यकों, महिलाओं और बालिकाओं पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला पन्ना जिले के गुनौर थाना क्षेत्र का है। जहां श्री महामाया बस ट्रांसपोर्ट की सूरत से रीवा चलने वाली बस क्रमांक- GJ 05 AZ 0295 में मनचाही सीट न मिलने पर यात्री साजुल परमार का परिचालक (कंडक्टर) उमेश कुमार तिवारी से विवाद हो गया। प्राप्त जानकारी अनुसार, श्री महामाया बस दिनांक 01 सितंबर को सूरत से रीवा के लिये रवाना हुई थी। जिसमें फोन के माध्यम से साजुल सिंह परमार ने भरुच से गुनौर के शंकरगढ़ के लिए सीट बुक कराई थी। भरुच बस स्टैण्ड से युवक साजुल सिंह बस में सवार हुआ, उसे चार सीटर में बैठाया गया। लेकिन युवक ने अलग से सीट देने की मांग की। जिस पर परिचालक ने बस में अलग से सीट की व्यवस्था न होने का हवाला देते हुए उसे चार सीटर में ही बैठने को कहा गया। जिससे साजुल सिंह भड़क उठा। परिचालक उमेश कुमार तिवारी के साथ उसकी तीखी नोंक-झोंक हो गई। इस दौरान युवक द्वारा परिचालक से धमकी भरे अंदाज में कहा गया कि बस को शंकरगढ़ पहुँचने दो फिर बताता हूँ।

रास्ते में पत्थर रखकर बस को रोका

रविवार 3 सितम्बर 2023 की सुबह करीब 3 बजे बस जब गुनौर थाना अंतर्गत शंकरगढ तिराहा पहुंचीं तो वहां उतरने के पूर्व यात्री साजुल सिंह परमार पिता स्व. रामसिह परमार निवासी कोहनी थाना कोतवाली पन्ना ने कुछ साथियों को कॉल करके बुला लिया। बीच रास्ते में पत्थर रखकर खड़े करीब दर्जन भर युवकों ने बस को रोक लिया। लाठी-डंडों से लैस दबंग युवक बस के अंदर चढ़े और गाली-गलौंज करते हुए परिचालक उमेश तिवारी, चालक राकेश मिश्रा व यात्रियों के साथ मारपीट करने लगे। कंडक्टर को बचाने पहुंचे यात्री रमाशंकर सिंगरौल निवासी सेल्हा व संतोष सिंगरौल निवासी कोठी के साथ भी आरोपियों ने मारपीट की गई। हमलावरों ने चालक राकेश मिश्रा को बुरी-बुरी गालियां देते हुए बस के शीशा को डंडे मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। पूरी घटना बस में लगे सीसीटीव्ही कैमरों में कैद हो गई।

क्लीनर को नग्न कर ताबड़तोड़ डंडे बरसाए

अपने सहयोगी को बचाने के लिए हाथ जोड़कर गुहार लगाता हुआ बस चालक राकेश मिश्रा।
वायरल हुए सीसीटीव्ही फुटेज में स्पष्ट दिख रहा है कि दबंग हमलावर बस के अंदर से क्लीनर (आदिवासी युवक) को खींचकर बाहर ले जाते है, और फिर क्रूरता एवं अमानवीयता की हदें पार करते हुए उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटते हैं। इस दौरान बस चालक राकेश हाथ जोड़कर हमलावरों से बार-बार अपने सहयोगी को छोड़ देने की मिन्नतें करता है लेकिन दबंगों को कलेजा जरा भी नहीं पसीजता। पूरी तरह निर्वस्त्र हो चुका आदिवासी युवक ताबड़तोड़ बरसते लाठी-डंडों के बीच किसी तरह वापस बस के अंदर घुसकर बमुश्किल अपनी जान बचाता है। इस घटनाक्रम के दौरान बस में सवार यात्री सिरफिरे युवकों का आतंक देख डरे-सहमे दुबके रहे। सबको एक ही भय सता रहा था अगर विवाद में बीच-बचाव किया तो दबंगों का कहर उन पर भी टूट सकता है। अत्यंत ही भयभीत बस स्टॉफ के द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से बस को रीवा ले जाकर मालिक राजेश तिवारी को सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी दी गई। और फिर परिचालक उमेश तिवारी ने वापस गुनौर आकर स्थानीय पुलिस थाना में शिकायत की। पुलिस ने इस मामले में साजुल सिंह परमार के विरुद्ध नामजद एवं अन्य के खिलाफ धारा 341, 294, 327, 323, 427, 506, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस ने बस कांड की गंभीरता को देखते हुए मुख्य आरोपी साजुल सिंह परमार को घटना के 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया था।

बात करने से बचते रहे पुलिस अधिकारी

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा अपने आधिकारिक ट्विटर हैण्डल से गुनौर की घटना का वीडियो ट्वीट करने के बाद मंगलवार 5 सितंबर की सुबह लोगों को इसका पता चला। और देखते ही देखते वीडियो के तेजी से वायरल होने पर दबंग युवकों की क्रूरता के खिलाफ पन्ना से लेकर राजधानी भोपाल तक उपजे जबरदस्त आक्रोश के मद्देनजर सियासी गलियारों और पुलिस महकमे में हड़कंप गया। विधानसभा चुनाव से पहले सामने आई इस अमानवीय घटना को लेकर जनमानस में गहरा रोष व्याप्त होने से प्रदेश सरकार एवं पुलिस की घबराहट साफ़ नजर आई। पुलिस के द्वारा दर्ज की गई घटना की एफआईआर में मुख्य पीड़ित आदिवासी युवक (क्लीनर) के साथ हुए अत्याचार का उल्लेख तक नहीं किया। वहीं पन्ना पुलिस के अधिकारी इस घटना पर पत्रकारों से बात करने से भी बचते रहे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना आरती सिंह से घटना की आधिकारिक तौर पर जानकारी प्राप्त करने के लिए रडार न्यूज ने जब वायरल वीडियो में निर्वस्त्र कर पीटे जा रहे युवक के नाम-पता, जाति आदि के संबंध में पूंछा तो उनके द्वारा जानबूझकर उसकी जातीय पहचान को छिपाया गया। उन्होंने अर्जेंट कॉल वेटिंग में होने का हवाला देकर फोन काट दिया। जबकि कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट के जरिये काफी पहले ही यह खुलासा कर दिया था कि जिस युवक को निर्वस्त्र कर पीटा गया वह आदिवासी है।

पुलिस की मंशा पर उठ रहे सवाल

फाइल फोटो।
उधर, घटना की एफआईआर में लीपापोती को लेकर पन्ना पुलिस के अफसरों की मंशा एवं कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। क्या, प्रदेश सरकार को फजीहत से बचाने के लिए पन्ना पुलिस के द्वारा प्रारंभिक स्तर पर एफआईआर में महत्वपूर्ण तथ्यों को छिपाया गया है। या फिर अपनी नाकमी पर पर्दा डालने के लिए उसने यह धत्कर्म किया है। इसके पीछे की वजह चाहे जो भी, पर जरा सोचिए बस में लगे सीसीटीव्ही कैमरों में अत्याचार की यह घटना अगर कैद न होती तो और मुख्य विपक्षी दल घटना के वीडियो को ट्वीट न करता तो क्या लोगों को इसका पता चल पाता ? इस मामले का सबसे अधिक परेशान करने वाला पहलू यह है कि पुलिस के द्वारा कमजोर तबके से आने वाले युवक के साथ घटित घटना को कथित तौर दबाने-छिपाने का प्रयास किया गया है। जबकि पुलिस से यह अपेक्षा की जाती है कि, कमजोर तबकों के विरुद्ध होने वाले अपराधों को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्षता के साथ त्वरित कार्रवाई की जाए।

सात आरोपियों को किया गिरफ्तार

बस परिचालक उमेश तिवारी की रिपोर्ट पर पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी साजुल सिंह परमार 18 वर्ष निवासी ग्राम कोहनी थाना कोतवाली पन्ना को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को इस घटना को तूल पकड़ते देख हरकत में आई पुलिस ने बस कांड के छह अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। पन्ना पुलिस के द्वारा शाम के समय सोशल मीडिया पर प्रेस विज्ञप्ति जारी आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में सूचना दी गई। जानकारी अनुसार पकड़े गए आरोपियों में राजुल सिंह परमार पुत्र रामसिंह 20 वर्ष निवासी ग्राम कोहनी थाना कोतवाली पन्ना, विक्की सिंह पिता बिंद्राज 21 वर्ष निवासी ककरा थाना अमानगंज, राजा जी उर्फ यशवेन्द्र पुत्र नागेन्द्र सिंह बुंदेला 19 वर्ष निवासी पवईया थाना अमानगंज, सौमित्र प्रताप उर्फ सैवी सिंह बुंदेला पुत्र राघवेन्द्र सिंह 21 वर्ष निवासी बम्हौरी थाना अमानगंज, नाती राजा परमार पुत्र दीप सिंह परमार 21 वर्ष निवासी ग्राम सिंघासर थाना गुनौर
एवं एक विधि विरुद्ध बालक भी शामिल है।

मेरा क्या दोष था, मुझे क्यों पीटा

श्री महामाया बस के जिस क्लीनर को दबंग युवकों के द्वारा निर्वस्त्र कर बड़ी ही बेरहमी से पीटा गया मंगलवार 5 सितंबर 2023 को उसका भी एक वीडियो सामने आया है। जिसमें घटना के संबंध में बताते हुए पीड़ित बड़ी ही विनम्रता से पूंछ रहा है, हमारा क्या दोष है, हमें क्यों मारा गया। क्लीनर के अनुसार, रात 3 बजे शंकरगढ़ में बस रुकने पर हमारे साथियों और यात्रियों के साथ मारपीट की गई। बस के मैनेजर को भी पीटा गया। उसका कहना है, मैनें अगर किसी के साथ अभद्रता की हो तो हमको मारो, हमने तो किसी कुछ भी नहीं बोला, हम तो अपना काम कर रहे थे। फिर मुझे क्यों पीटा गया इतना बताओ ? उल्लेखनीय है कि आदिवासी युवक को निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटे जाने और उसके बाद पीड़ित के बयान से संबंधित घटना के वायरल वीडियो की प्रमाणिकता की रडार न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है।