* अन्याय-अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाता हूं इसलिए दर्ज कराया फर्जी प्रकरण: राम बिहारी
पन्ना।(www.radarnews.in) आम आदमी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं युवा सामाजिक कार्यकर्ता राम बिहारी गोस्वामी के विरुद्ध कोतवाली थाना पन्ना पुलिस ने बीते दिनों भाजपा नेता दिलीप शिवहरे की शिकायत पर आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया है। राम बिहारी पर प्रदेश के खनिज विभाग के मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह को लेकर कथित तौर पर सोशल मीडिया पर अभद्र-अमर्यादित टिप्पणी करने, शिकायतकर्ता के साथ गालीं-गलौज और उसे जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। इस आपराधिक प्रकरण को लेकर पन्ना जिले के सियासी हलकों तथा पत्रकारिता जगत में हलचल शुरू हो गई है।
गोस्वामी ने अपने खिलाफ दर्ज मामले को पूर्णतः फर्जी बताते हुए कहा कि अन्याय-अत्याचार और अराजकता के खिलाफ मुखरता से आवाज उठाने से नाराज लोगों ने मुझे चुप कराने के लिए यह साजिश रची है। राम बिहारी गोस्वामी ने इस संबंध में पन्ना जिले के पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें विगत दिनों अपने ऊपर दर्ज किए गए मामले की निष्पक्ष जांच करवा कर साजिश के तहत फर्जी एफआईआर दर्ज करवाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
राम बिहारी के हवाले से ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि वह कई वर्षों तक प्रतिष्ठित समाचार पत्र में बतौर रिपोर्टर कार्यरत रहे और वर्तमान मेें स्वतंत्र पत्रकारिता के साथ लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित कर जरूरतमंदों को खून उपलब्ध करवाने में सहयोग करता हूं। इस प्रकार प्रतिवर्ष सैकड़ों लोगों को आपातकाल में रक्त की जरूरत पूरी करवा चुका हूं। विगत 2018 में विधानसभा चुनाव में पन्ना विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार भी रहा हूं। साथ ही समय-समय पर अन्याय, अत्याचार एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर आवाज उठाता रहा हूं जिसके चलते सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं एवं उनके चहेते कार्यकर्ताओं द्वारा द्वेष भावना के तहत साजिश रच कर मेरे फिलाफ गालीं-गलौज, जान से मारने की धमकी और मंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया में लिखने के संबंध में कथित तौर पर फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
गोस्वामी ने अपनी सफाई में कहा कि, मेरे द्वारा किसी के भी बारे में व्यक्तिगत कोई टिप्पणी नहीं की गई और ना ही किसी के साथ गालीं-गलौज की। अन्याय के खिलाफ अवाज उठाना मेरा कर्म और धर्म है, जिसे आखिरी सांस तक निभाऊंगा। रामबिहारी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने अपनी रिपोर्ट में घटना का जो समय बताया है. उस समय तो मैं मौके पर मौजूद ही नहीं था। शिकायतकर्ता से कई महीनों से मेरा आमना-सामना भी नहीं हुआ। इन तमाम तथ्यों के मद्देनजर आप नेता ने अपने खिलाफ दर्ज मामले की पुलिस अधीक्षक से उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराने की पुरजोर मांग की है। ताकि लोगों का कानून के प्रति विश्वास कायम रहे। इस मामले की जांच की मांग को लेकर अमानगंज और गुनौर के लोगों ने भी स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे हैं।