हीरा खदान ने खोली किस्मत: 20 दिन की मेहनत में लखपति बने 2 दोस्त

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पन्ना जिले के पटी क्षेत्र की उथली खदान में दो दोस्तों को मिला 15.34 कैरेट वजन वाला जैम क्वॉलिटी का हीरा।

15 कैरेट वजन वाला उज्जवल किस्म का 70 लाख रुपए मूल्य का मिला हीरा

शादिक खान, पन्ना।(www.radarnews.in) अक्सर ही यह कहा जाता है, पन्ना की रत्नगर्भा वसुंधरा किसी को कभी भी रंक से राजा बना सकती है! ऐसा ही चमत्कार आज पन्ना में एकबार फिर से हुआ है। यहां महज 20 दिन पूर्व उथली हीरा खदान लगाने वाले दो दोस्तों को 15.34 कैरेट का बेशक़ीमती हीरा मिला है। उज्जवल किस्म (जैम क्वॉलिटी) के इस हीरे का अनुमानित बाजार मूल्य 70 लाख रुपए बताया जा रहा है। दोनों युवकों ने अपने हीरे को जिला हीरा कार्यालय पन्ना में जमा कराया है जिसे आगामी हीरों की नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा।
बता दें कि सतीश खटीक पिता मुन्ना खटीक 24 वर्ष ने अपने दोस्त साजिद मोहम्मद पिता नफीस मोहम्मद 23 वर्ष निवासी रानीगंज मोहल्ला पन्ना के साथ मिलकर हीरा कार्यालय से उथली खदान का पट्टा बनवाकर करीब 20 दिन पूर्व कृष्णा कल्याणपुर क्षेत्र में खदान लगाई थी। दोनों नवयुवकों की किस्मत आज अचानक उस समय चमक उठी जब उन्हें खदान में चमचमाता हुआ बड़े साइज का हीरा मिला। हीरा पाने की तमन्ना पूरी होने से दोनों दोस्तों की ख़ुशी देखते ही बनती है। आज दोपहर में दोनों ने हीरा कार्यालय पहुंचकर पारखी अनुपम सिंह से जांच एवं वजन कराने के पश्चात अपने हीरे को विधिवत जमा करा दिया।

अब धूमधाम से हो सकेगी बहनों की शादी

सतीश खटीक ने बताया कि वह अपने पिता के साथ बकरे की मटन की दुकान चलाता है और उसकी दो बहनें हैं जो आप शादी के लायक हो गई हैं और उसके दोस्त साजिद मोहम्मद की भी दो बहने हैं और वह अपनी पिता के साथ फ्रूट की दुकान में काम करता है। उसने बताया कि बहनों की शादी के लिए उन्हें पैसों की सख्त जरूरत थी जिसके चलते उन्होंने हीरा कार्यालय से पट्टा बनवाकर अपनी किस्मत आजमाई। संयोग से आज उन्हें पटी हीरा खदान क्षेत्र में चमचमाता हुआ15.34 कैरेट का जैम क्वालिटी का हीरा मिला। हीरा मिलने का एहसास इनके लिए मन मांगी मुराद पूरी हो होने जैसा है। सतीश ने बताया कि नीलामी से मिलने वाले पैसों को वह दोनों दोस्त बराबर बराबर बाटेंगे और उनसे अपनी बहनों की धूमधाम से शादी करेंगे। इसके बाद जो रुपए बचेंगे उनसे पुनः खदान लगाएंगे साथ ही अपने काम-धंधे को बढ़ाने पर खर्च करेंगे।

दादा ने भी आजमाई किस्मत मगर पोते को मिली सफलता

पन्ना के हीरा कार्यालय में सतीश और साजिद ने पत्रकारों को अपना बेशकीमती हीरा दिखाया।
साजिद मोहम्मद बताते हैं कि उनके दादा मोहम्मद हबीब करीब 50 वर्षों तक अपनी किस्मत आजमाते रहे लेकिन उन्हें एक कैरेट का भी हीरा नहीं मिला। इसके बाद उनके पिता नफीस मोहम्मद ने भी करीब 20 साल तक उथली हीरा खदानें खोदी लेकिन हमेशा ही छोटे-मोटे हीरे ही मिले। दो पीढ़ियों की निराशा के बाद आज जब उसे 15.34 कैरेट का हीरा मिला तो परिवार में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। वहीं जिला हीरा कार्यालय पन्ना के हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि उक्त हीरा जैम क्वालिटी का है, जिसकी मार्केट में अच्छी डिमांड है। उन्होंने बताया कि इस हीरे को आगामी नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में पन्ना डायमंड को जियो टैग मिलने के बाद और इस साल जमा होने वाले हीरों में यह अब तक का सबसे बड़ा हीरा है।