MP News : पन्ना की जेके सीमेंट फैक्ट्री में बड़ा हादसा, निर्माणाधीन स्लैब गिरने से 4 मजदूरों की मौत, 15 घायल

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पन्ना जिले में स्थित जेके सीमेंट फैक्ट्री में हुए हादसे के बाद फैक्ट्री परिसर अफरा-तफरी मच गई।

एसडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सरिया में फंसे हताहतों को निकाला

*  हृदयविदारक हादसे के विचलित करने वीडियो वायरल होने से स्तब्ध हुए लोग

श्रमिकों की सलामती जानने फैक्ट्री के बाहर जुटे परिजन कई घंटे तक रहे परेशान

परिजनों ने प्रशासन एवं फैक्ट्री प्रबंधन के रवैये प्रबंधन के रवैये पर जताया आक्रोश

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में स्थित जेके सीमेंट फैक्ट्री में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा गया। सीमेंट प्लांट के निर्माणाधीन हिस्से में छत की स्लैब डाली जा रही थी, जहां बड़ी संख्या में मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक स्लैब और शटरिंग गिर गई, जिसकी चपेट में कई मजदूर आ गए। दर्दनाक हादसे में 4 मजदूर असमय कालकवलित हो गए। जबकि 15 मजदूर घायल बताए जा रहे हैं। हादसे के समय फैक्ट्री में सैंकड़ों मजदूर काम कर रहे थे। एसडीआरएफ की टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर घायलों एवं मृतकों को बाहर निकाला गया। घायलों को इलाज के लिए पड़ोसी जिला कटनी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। हादसे के लगभग 6 घंटे बाद मृतकों तथा घायलों की संख्या को लेकर आधिकारिक तौर पर पुष्टि किए जाने के कारण सोशल मीडिया पर आज दिनभर हैरान करने वाली अफवाहें फैलती रहीं। सोशल मीडिया पर मृतकों की संख्या दर्जन भर से ज्यादा और 50 से अधिक मजदूरों के घायल होने के सनसनीखेज़ अपुष्ट संदेशों और ख़बरों के छाए रहने से पन्ना से लेकर राजधानी भोपाल तक जबरदस्त हड़कंप मचा रहा। हृदयविदारक हादसे के विचलित करने वाले वीडियो वायरल होने से लोग स्तब्ध है। फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों की सलामती के बारे में जानने के लिए परिजन सबसे ज्यादा परेशान रहे। आक्रोशित परिजनों द्वारा फैक्ट्री के बाहर हंगामा करने से मौके तनावपूर्ण माहौल निर्मित हो गया।

निर्माणाधीन सातवीं मंजिल पर हुआ हादसा

सीमेंट फैक्ट्री की निर्माणाधीन दूसरी यूनिट की सातवीं मंजिल की शेटरिंग व स्लैब गिरने से 4 मजदूरों की मौत हो गई और 15 को चोटें आईं।
जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत हरदुआ केन ग्राम में स्थित जेके सीमेंट प्लांट की वर्तमान में दूसरी यूनिट के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। रोज की तरह आज सुबह फैक्ट्री के श्रमिक निर्माण कार्य में जुटे थे। दूसरी यूनिट की सातवीं मंजिल पर छत डालने के लिए शटरिंग पर कार्य चल रहा था। इसी दौरान सुबह करीब 10 बजे अचानक छत की स्लैब का बड़ा हिस्सा टूटकर शटरिंग सहित गिर गया। सबकुछ इतनी तेजी से हुआ कि हादसे के समय मचान पर काम कर रहे मजदूरों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। शटरिंग के साथ कुछ मजदूर गिरे और नीचे की मंजिलों के सरिया में जा फंसे। साथ ही वहां काम कर रहे कई मजदूर स्लैब मटेरियल और शटरिंग की चपेट में आकर नीचे दब गए। दर्दनाक हादसे के बाद सीमेंट प्लांट के अंदर अफरा-तफरी और भगदड़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई। सोशल मीडिया पर जब हादसे के वीडियो आये तो समूचे जिले में जबरदस्त हड़कंप मच गया। हताहतों की संख्या वाले अपुष्ट संदेशों तथा खबरों के तेज़ी से वायरल होने पर लोग हादसे की भयवहता को लेकर काफी चिंतित और हैरान रहे।

4 जिलों की एसडीआरएफ टीमों ने संभाला मोर्चा

एसडीआरएफ टीमों के द्वारा पुलिस बल, स्वास्थ्य विभाग के अमले और सीमेंट कंपनी कर्मचारियों के साथ संयुक्त रूप से राहत और बचाव कार्य किया गया।
हादसे के बाद सुरक्षा की दृष्टि से जेके सीमेंट प्लांट के अंदर प्रवेश को पूरी तरह रोक दिया गया। हादसे की जानकारी मिलने पर आसपास के थानों से भारी पुलिस बल, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। राहत एवं बचाव कार्य के लिए पन्ना समेत पड़ोसी जिलों कटनी, दमोह, छतरपुर से एसडीआरएफ टीमों को बुलाया गया। राज्य आपदा राहत बल (SDRF) की टीमों, पुलिस जवानों, स्वास्थ्य विभाग और सीमेंट फैक्ट्री कर्मचारियों द्वारा संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सरिया में फंसे मृत मजदूरों के शवों तथा मलबे में दबे घायलों को बाहर निकाला। वहीं निर्माणधीन यूनिट में हताहत मजदूरों की खोज के लिए सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया। राहत और बचाव कार्य में लगी टीमों को सातवीं मंजिल पर पहुँचने के लिए क्रेन की मदद लेनी पड़ी। भीषण हादसे में अपने साथियों की दर्दनाक मौत से सीमेंट फैक्ट्री के अंदर मौजूद ठेका श्रमिक भड़क उठे। श्रमिकों के आक्रोश से घबराए फैक्ट्री प्रबंधन ने बवाल की आशंका को देखते हुए बड़ी संख्या में श्रमिकों व कर्मचारियों को परिसर से बाहर निकाल दिया। हालांकि काफी देर से फैक्ट्री के गेट के बाहर घायलों को ले जाने के लिए खड़े एम्बुलेंस वाहनों को अंदर प्रवेश नहीं दिया। प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद एम्बुलेंस वाहनों को बमुश्किल इंट्री मिल सकी। हादसे की जानकारी मिलने पर पवई विधायक प्रहलाद लोधी, कमिश्नर सागर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत, डीआईजी छतरपुर रेंज ललित शाक्यवार ने सीमेंट प्लांट पहुंचकर राहत और बचाव कार्य की जानकारी ली।

हादसे में इनकी हुई मौत

पन्ना जिले में सीमेंट प्लांट के निर्माण से लेकर वर्ष 2022 के अंत में इसकी पहली यूनिट शुरू होने के बाद से फैक्ट्री के अंदर अब तक कई हादसे हो चुके हैं। अपुष्ट जानकारी के मुताबिक प्लांट परिसर में अब तक हुए हादसों में तकरीबन दो दर्जन मजदूर अपनी जान गंवा चुके है। जबकि सीमेंट फैक्ट्री के मालवाहक हैवी वाहनों की चपेट में आकर लगभग इतने ही मजदूर काल के गाल में समा चुके हैं। सीमेंट प्लांट में आज हुए हादसे के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार 3 मजदूरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल मजदूर ने इलाज के दौरान कटनी के निजी हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। मृतकों में अंसार आलम 34 वर्ष, मसूद पिता नसरूदीन 36 वर्ष, मुश्फिक पिता मोहम्मद मंसूर सभी निवासी पूर्णिया बिहार और पन्ना जिले के सिमरिया निवासी रोहित खरे 32 वर्ष शामिल हैं। जबकि मिट्ठू साहू, शाहनवाज खान, बद्दू नामदेव, मोहम्मद तौकीर, शाह आलम, कंछेदी कुशवाहा, साहिल रजा, इंद्रपाल सिंह, नुरसद आलम, शेख सकूर, तहमीद मोहम्मद, प्रेमचंद्र राजभर मोहम्मद तौकीर सहित अन्य श्रमिक घायल बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए कटनी के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

मृतकों के आश्रितों को मिलेंगे 18-18 लाख

सीमेंट फैक्ट्री में हादसे की खबर फैलने के बाद बाहर बड़ी संख्या में मजदूरों के परिजन जमा हो गए। हर कोई अपनों की खैर-खबर जानने के लिए परेशान नजर आया। फैक्ट्री के सभी गेट बंद होने, हताहतों की संख्या व पहचान को लेकर सही जानकारी न मिलने से चिंतित परिजन भड़क उठे। प्रशासन और जेके सीमेंट प्रबंधन के रवैये से आक्रोशित परिजनों ने हादसे पर लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। कुछ देर बाद मृतकों के परिवारवालों को अंदर ले जाया गया। जहां पीड़ित परिजनों से पुलिस अधीक्षक पन्ना सांई कृष्ण एस थोटा व अपर कलेक्टर नीलाम्बर मिश्र द्वारा चर्चा उपरांत मुआवजा राशि तथा अन्य राशि तय की गई। पन्ना पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मृतकों के आश्रितों को 18-18 लाख रुपये, बीमा राशि 4 लाख तथा अन्त्येष्टी सहायता के तौर पर 50-50 हज़ार रुपए सीमेंट कंपनी द्वारा प्रदान किए जाएंगे। प्रत्येक घायल को 1-1 लाख रुपए, सम्पूर्ण इलाज व इलाज अवधि की पूरी वेतन कंपनी देगी। मृतकों एवं घायलों का परिवहन खर्च भी सीमेंट कंपनी वहन करेगी। पुलिस ने हादसे के दोषियों के खिलाफ सिमरिया थाना में आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करने की जानकारी दी है। अपर कलेक्टर नीलाम्बर मिश्र ने बताया कि, जल्द ही एक टीम गठित कर हादसे की बारीकी से जांच कराई जाएगी। साथ ही प्लांट के अंदर हादसों की रोकथाम को लेकर सुरक्षात्मक उपायों को कड़ाई से लागू कराया जाएगा।

जेके सीमेंट के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश

पन्ना जिले हरदुआ केन ग्राम में स्थित जेके सीमेंट प्लांट। (फाइल फोटो)
पन्ना की जेके सीमेंट फैक्ट्री में लगातार हो रहे हादसों को लेकर जहां कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं, वहीं फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारी, उनके परिजन इससे काफी चिंतित और भयभीत है। जिले के आमलोगों में जेके सीमेंट प्रबंधन की कारगुजारियों के साथ इससे जुड़े हादसों को लेकर जबरदस्त आक्रोश पनप रहा है। बता दें कि, सीमेंट प्लांट की स्थापना और लाइम स्टोन खनन लीज के लिए अधिकांश किसानों की जमीनों को कंपनी द्वारा बिचौलियों के जरिए नाममात्र की राशि पर क्रय करने से प्रभावित परिवार अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। प्रभावित परिवारों के बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के वादे को भी कंपनी ने ईमानदारी से नहीं निभाया। इससे बड़ी विडंबना ओर क्या होगी, पन्ना जिले में काम के आभाव में प्रतिवर्ष हजारों गरीब मजदूर परिवार दूसरे राज्यों के लिए पलायन करने को विवश हैं। इधर स्थानीय सीमेंट फैक्ट्री में काम करने के लिए दूसरे राज्यों से मजदूर लाए जा रहे हैं। पन्ना के लोगों को जेके सीमेंट प्लांट से प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के पर्याप्त अवसर अब तक नहीं मिले। स्थानीय लोगों का मानना है, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि उन्हें विकास के सब्जबाग दिखाकर जेके सीमेंट से अपने स्वार्थ साधने में जुटे हैं। सत्ताधारी दल के बड़े नेता-जनप्रतिनिधि, जिले के  सीमेंट फैक्ट्री के ठेके लेने और उसकी दलाली के चक्कर जनता के हितों पर लगातार कुठारघात कर रहे हैं।