मध्यप्रदेश : जेके सीमेंट फैक्ट्री के वाहन से युवक की मौत के बाद भारी बवाल, पुलिस के लाठीचार्ज से बिगड़े हालात, उग्र भीड़ ने किया पथराव, विधायक धरने पर बैठे

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जेके सीमेंट फैक्ट्री के गेट के बाहर धरने पर बैठे अमानगंज-सिमरिया क्षेत्र के ग्रामीण।

*   गुस्साए ग्रामीणों ने सीमेंट प्लांट के सामने शव रखकर किया धरना-प्रदर्शन

 पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प के बाद क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण

*   लाठीचार्ज और पत्थरबाजी में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल

शादिक खान, पन्ना। (www.radarrnews.in) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्थित जेके सीमेंट फैक्ट्री के खिलाफ शुक्रवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। कथित तौर पर सीमेंट कंपनी के भारी वाहन की ठोकर से बीती रात 23 वर्षीय एक और युवक की दर्दनाक होने अमानगंज-सिमरिया क्षेत्र में जबरदस्त रोष फ़ैल गया। लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर गुस्साए ग्रामीण शुक्रवार को सीमेंट प्लांट के गेट पर ताला डालकर धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने युवक का शव प्लांट के सामने रखकर दमोह-पन्ना मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। हादसे में मृत युवक के आश्रितों को मुआवजा तथा भारी वाहनों के ट्रैफिक को रात्रि में एंट्री देने सहित अन्य मांगों को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान जमकर बवाल हुआ।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से चर्चा करते हुए गुनौर विधायक डॉ. राजेश वर्मा।
मौके पर पहुंचे गुनौर के भाजपा विधायक डॉ. राजेश वर्मा जब प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से चर्चा कर समझा रहे थे तभी आंदोलित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के अचानक लाठीचार्ज करने पर लोग उग्र हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इस पर भी भीड़ शांत नहीं हुई और पुलिसकर्मियों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। पुलिस के लाठीचार्ज के कारण हालात बिगड़ने से नाराज भाजपा विधायक ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। इस हिंसक झड़प में विधायक के सुरक्षाकर्मी, भाजपा नेता, प्रदर्शनकारियों और पुलिसबल समेत करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। देर शाम बमुश्किल बवाल तो थम गया लेकिन माहौल अभी भी काफी तनावपूर्ण बना है।

सीमेंट फैक्ट्री के वाहनों से 25वीं मौत

धरना-प्रदर्शन के चलते जेके सीमेंट फैक्ट्री के बाहर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस जवान।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अमानगंज थाना क्षेत्र के पगरा ग्राम निवासी शैलेन्द्र कुमार उर्फ़ शैलू सेन 23 वर्ष रोज की तरह गुरुवार की रात भी जेके सीमेंट प्लांट में दूध देने गया था। दूध की डिलेवरी करने के बाद उसने पगरा के नजदीक स्थित पेट्रोल पंप से अपनी बाइक में पेट्रोल भरवाया और फिर वापस घर के लिए निकल पड़ा। इस दौरान रास्ते में रात्रि करीब 8 बजे कथित तौर जेके सीमेंट कंपनी के भारी वाहन ने उसकी बाइक को ठोकर मार दी। सड़क दुर्घटना में नवयुवक शैलेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गया। घटनास्थल के आसपास मौजूद लोग उसे इलाज के लिए तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अमानगंज ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद युवक की नाजुक हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पन्ना जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। लेकिन परिजन शैलेन्द्र को कटनी ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शुक्रवार 13 दिसंबर की सुबह जब लोगों को सड़क हादसे का पता चला तो इलाके में तनाव फ़ैल गया। गुस्साए लोग दावा करने लगे कि, सीमेंट फैक्ट्री के हैवी वाहनों की ठोकर से होने वाले सड़क हादसों में अब तक 25 लोग असमय कालकवलित हो चुके हैं।

प्लांट के गेट के सामने शव रखकर दिया धरना

एम्बुलेंस वाहन में रखा सड़क हादसे में मृत नवयुवक शैलेन्द्र सेन का शव।
नवयुवक शैलेन्द्र सेन की हृदयविदारक हादसे में असमय मौत होने से आक्रोशित आसपास के कई गांवों के ग्रामीण शुक्रवार को दोपहर में जेके सीमेंट प्लांट पहुंचे और गेट के सामने शव रखकर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। गुस्साए ग्रामीणों ने सीमेंट प्लांट को हमेशा के लिए बंद करने और प्लांट प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारे लगाए। प्रदर्शकारियों का आरोप था कि, सीमेंट प्लांट के वाहनों की बेलगाम रफ़्तार और अनियंत्रित ट्रैफिक की वजह से आए दिन हो रहे सड़क हादसों में असमय लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था कि प्रशासन इन वाहनों की रफ़्तार पर नियंत्रण नहीं लगा पा रहा है जिससे सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस धरना-प्रदर्शन के चलते दमोह-पन्ना स्टेट हाइवे पर दोपहर 2 बजे से लेकर रात्रि 8:30 बजे तक चक्काजाम की स्थिति निर्मित रही।

लाठीचार्ज करने से फूटा गुस्सा

प्रदर्शनकारी ग्रामीणों पर लाठीचार्ज करते हुए पुलिसकर्मी।
ग्रामीणों के धरना-प्रदर्शन की सूचना मिलने पर कुछ ही देर बाद सीमेंट प्लांट का गेट पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। नजदीकी अमानगंज थाना, सिमरिया थाना के अलावा जिले के अन्य थानों के पुलिस बल को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी के साथ मौके पर भेजा गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बीच प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए जेके सीमेंट प्लांट के गेट को धक्का देना शुरू कर दिया। जिससे पुलिस और ग्रामीणों के बीच तनातनी बढ़ गई। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन जब ग्रामीण नहीं मानें तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के द्वारा प्रदर्शनकारियों पर लाठी बरसाने से मौके पर भगदड़ मच गई। लाठी के प्रहार से बचने के लिए लोग सड़क पर और खेतों की ओर भागते हुए नजर आए। पुलिस के इस कदम से मौके पर स्थिति बिगड़ गई। भड़के ग्रामीणों ने जवाबी हमला बोलते हुए पुलिस पर जमकर पत्थर बरसाए। हिंसक झड़प में विधायक का सुरक्षाकर्मी, भाजपा नेता, पुलिस जवान और ग्रामीणों समेत डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।

नाराज विधायक ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे

पुलिस के लाठीचार्ज के विरोधस्वरूप धरने पर गुनौर विधायक डॉ. राजेश वर्मा।
धरना-प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक डॉ. राजेश वर्मा भी मौके पर पहुँच गए। विधायक पुलिस अधिकारियों से मांग कर रहे थे कि सीमेंट प्लांट के भारी वाहनों की आवाजाही का समय तय होना चाहिए। जिससे बढ़ते सड़क हादसों को रोका जा सके। पुलिस अधिकारियों से चर्चा करने के बाद विधायक प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को जब यह समझा रहे थे कि उनकी ज्वलंत समस्या का सामधान जल्द से जल्द किया जायेगा तभी अचानक पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इससे नाराज भाजपा विधायक ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। विधायक ने इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए पूंछा कि पुलिस ने लाठी चार्ज किसके आदेश पर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थिति को संभालने के बजाए पुलिस ने लाठी चार्ज करके माहौल को बिगाड़ने का काम किया है। देर शाम पुलिस अधिकारियों द्वारा विधायक वर्मा से बात कर सीमेंट फैक्ट्री समेत अन्य भारी वाहनों की गतिसीमा नियंत्रित करने, सड़क हादसों की रोकथाम को लेकर आवश्यक उपाए करने तथा लाठीचार्ज की जांच करवाने का आश्वासन दिया गया। तब जाकर विधायक ने रात्रि में करीब 8:30 बजे अपना धरना समाप्त किया।

ग्रामीणों ने की मुआवजा और सड़क चौड़ीकरण की मांग

लाठीचार्ज से भड़के ग्रामीणों ने पुलिस के ऊपर पत्थर बरसाए।
जेके सीमेंट प्लांट के हैवी ट्रैफिक की वजह से दमोह-पन्ना मार्ग पर बढ़ते हादसों को लेकर प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों ने मार्ग का चौड़ीकरण करते हुए फोर लाइन में परिवर्तित करने तथा मृत युवक शैलेंद्र सेन के परिजनों को सीमेंट कंपनी से 50 लाख का मुआवजा दिलाने की मांग उठाई है। ग्रामीणों की मांग है, रास्ते में 2 एम्बुलेंस वाहन तैनात किए जाएं। सिमरिया-अमानगंज के बीच सीसीटीवी कैमरे लगाने, मृतक के परिजनों को प्रदेश सरकार द्वारा पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को कंपनी में नौकरी और बच्चों की पढाई का पूरा खर्च कंपनी के द्वारा उठाने की मांग की गई है। ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर रोजाना पानी का छिड़काव करवाने और सड़क किनारे भारी वाहनों की पार्किंग पर रोक लगाने की मांग की है।