मध्यप्रदेश : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के क्षेत्र में “जन आशीर्वाद यात्रा” का विरोध

0
688
पन्ना जिले में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा के रथ और काफिले के गुजरने के दौरान नारेबाजी करते हुए रानीपुरा के ग्रामीण।

*    सीएम शिवराज, सांसद वीडी और पवई विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी

*    पन्ना जिले में “यात्रा” का काफिला गुजरने के दौरान “रोड नहीं, तो वोट नहीं” के लगे नारे

*    विरोध को लेकर आशंकित पुलिस ने ज्ञापन सौंपने पहुंचे किसानों को हिरासत में लिया

*     कांग्रेसियों को पकड़कर थाना ले गई पुलिस, 4 घंटे बाद बिना गिरफ़्तारी के छोड़ा

शादिक खान, पन्ना। (www.radanews.in) भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा (वीडी शर्मा) के निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पन्ना जिले में पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा को तीव्र विरोध का सामना करना पड़ा है। जिले के पवई विधानसभा क्षेत्र के रानीपुरा ग्राम में पहुँच मार्ग का निर्माण न होने से नाराज ग्रामीणों ने यात्रा का काफिला गुजरने के दौरान “रोड नहीं, तो वोट नहीं” के नारे लगाए। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा एवं पवई के भाजपा विधायक प्रहलाद सिंह लोधी के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई। इस बवाल से हुई फजीहत के बाद हरकत में आई पन्ना पुलिस यात्रा के विरोध की आशंका में कुछ ज्यादा सख्ती करती दिखाई दी। पुलिस ने बिना किसी ठोस वजह के कुछ किसानों को हिरासत में ले लिया। अन्नदाता किसान अपनी ख़राब फसलों के मुआवजा की मांग को लेकर क्षेत्रीय सांसद को ज्ञापन सौंपने के लिए आए थे। इसी तरह गुनौर विधानसभा क्षेत्र के अमानगंज क़स्बा से जुड़ीं घोषणाओं को पूरा कराने का ज्ञापन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को सौंपने के लिए सभा स्थल के बाहर खड़े कांग्रेस नेताओं को पकड़कर पुलिस थाना ले गई। चार घंटे तक कांग्रेसियों को थाना में बैठने के बाद बिना गिरफ़्तारी के छोड़ दिया। जन आशीर्वाद यात्रा के जिले में भ्रमण के दौरान भाजपा की जिला मंत्री अमिता बागरी के सोशल मीडिया पर वायरल इंटरव्यू ने भी पार्टी अच्छी-खासी किरकिरी कराई है।

पुलिस ने तख्तियां छीनीं तो भड़क उठे ग्रामीण

घोषणा के बाद भी सड़क निर्माण की मांग पूरी न होने से नाराज रानीपुरा के ग्रामीणों ने जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध करने यात्रा मार्ग में नारे लिख दिए।
बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा का काफिला रविवार 17 सितंबर को दोपहर के समय जब पन्ना जिले के पवई क़स्बा से सिमरिया की ओर जा रहा था तब इसे रास्ते में मोहन्द्रा के नजदीक भारी विरोध का सामना करना पड़ा। सड़क किनारे खड़े रानीपुरा के ग्रामीणों द्वारा भाजपा सरकार के विकास के दावों की पोल खोलते हुए “रोड नहीं तो वोट नहीं” के नारे लगाए गए। घोषणा के बाद भी रानीपुरा पहुँच मार्ग का निर्माण न होने से नाराज ग्रामीणों द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा एवं पवई विधायक प्रहलाद लोधी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने अपना कड़ा विरोध दर्ज कराने के लिए यात्रा मार्ग पर बड़े-बड़े अक्षरों में “रोड नहीं तो वोट नहीं” का नारा लिख दिया था। और स्लोगन लिखीं तख्तियां भी लेकर आए थे। लेकिन यात्रा के गुजरने से पहले पुलिस ने विरोध की आवाज को दबाने के लिए ग्रामीणों से उनकी तख्तियां छीनकर जब्त कर ली। पुलिस की इस सख्ती से ग्रामीण भड़क उठे। परिणामस्वरूप यात्रा का काफिला गुजरने के दौरान ग्रामीणों के द्वारा उग्र नारेबाजी की गई। पहुंच मार्ग के आभाव में बारिश के सीजन में आवागमन की समस्या से जूझने को मजबूर रानीपुरा के वाशिंदों ने आगामी चुनावों में भाजपा को वोट न देने का भी संकल्प लिया है।

किसानों को वैन में बैठाकर थाना ले गई पुलिस

सिमरिया थाना के अंदर पुलिस की हिरासत में भारतीय किसान संघ से जुड़े किसान।
“रोड नहीं तो वोट नहीं” के हंगामे से हुई फजीहत के बाद हरकत में आई पन्ना पुलिस जन आशीर्वाद यात्रा के विरोध की आशंका को लेकर कुछ ज्यादा ही सख्ती करनी शुरू कर दी। नतीजतन इस यात्रा बेवजह कुछ विवाद जुड़ गए। यहां महोड़ ग्राम के किसानों का मामला विशेष उल्लेखनीय है। अतिवृष्टि के कारण ख़राब हुई खरीफ की दलहनी-तिलहनी फसलों का सर्वेक्षण करवाने एवं मुआवजा वितरित करने की मांग को लेकर भाजपा नेताओं को ज्ञापन सौंपने जा रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। भारतीय किसान संघ से जुड़े कृषक पुलिस को समझाने की काफी कोशिश करते रहे कि उनका मकसद यात्रा में किसी तरह का व्यवधान पैदा करना या शांति भांग करना नहीं है। वह तो सिर्फ क्षेत्रीय सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को अपना ज्ञापन सौंपना चाहते हैं। लेकिन, पुलिस ने उनकी एक न सुनी और सभी किसानों को जबरन पुलिस वैन में बैठाकर सिमरिया थाना ले जाया गया था। जहां किसानों को कई घंटे तक हिरासत में रखने के बाद शाम को छोड़ा गया। किसानों के साथ पुलिस के घोर आपत्तिजनक बर्ताव को लेकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त है। लोग पूंछ रहे है, सांसद महोदय से मिलने के लिए अब क्या पुलिस से अनुमति लेनी पड़ेगी ? जानकारी अनुसार, किसानों का प्रतिनिधि मंडल ओबीसी महासभा के पूर्व संभागीय सचिव त्रिलोक सिंह यादव के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपने के लिए पहुंचा था। जिसमें एडवोकेट रामखिलावन पटेल पूर्व अध्यक्ष किसान संघ, रामभगत कुशवाहा, राजेन्द्र सिंह राजपूत, नागेन्द्र सिंह, राजवेन्द्र सिंह, शारदा सिंह, निरपत सिंह, कमलेश पटेल, विनोद कुशवाहा, मोनू कुशवाहा सहित अन्य किसान शामिल थे।

ज्ञापन सौंपने खड़े कांग्रेसियों को हिरासत में लिया

अमानगंज थाना के अंदर पुलिस हिरासत में बैठे स्थानीय कांग्रेस नेता।
पन्ना जिले के आरक्षित गुनौर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले अमानगंज क़स्बा को लेकर पूर्व में प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा अनेक घोषणाएं की गईं थी। लेकिन उन पर अमल न होने से शिवराज सरकार और भाजपा नेताओं पर कोरी घोषणाएं करने के गंभीर आरोप लग रहे हैं। बड़ी-बड़ी घोषणाओं पर भरोसा करके भाजपा को वोट देने वाले मतदाता भी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। ऐसे में रविवार को अमानगंज में जन आशीर्वाद यात्रा के पहुँचने और उसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद वीडी शर्मा के शामिल होने की जानकारी मिलने पर स्थानीय कांग्रेस नेता उन्हें अपना सौंपने के लिए सभा स्थल के बाहर खड़े हो गए। गिनती के चार कांग्रेस नेताओं की सभा स्थल के बाहर मौजूदगी की भनक लगने पर स्थानीय पुलिस अचानक सकते में आ गई। बिना किसी देरी के पुलिस बल वसीम खान पूर्व नगर अध्यक्ष, अरुण पाण्डेय, मदारी आदिवासी पूर्व पार्षद व राम भजन कुशवाहा को पकड़कर थाना ले गया। जहां करीब चार घंटे तक उन्हें हिरासत रखा गया। यात्रा के अमानगंज से पन्ना की ओर रवाना होने के बाद देर शाम कांग्रेसियों को बिना गिरफ़्तारी के छोड़ दिया। कांग्रेस नेताओं ने पत्रकारों को बताया, वह शांतिपूर्वक क्षेत्रीय सांसद को अमानगंज हॉस्पिटल, विकासखंड एवं खेल मैदान संबंधी की घोषणाओं को पूरा कराने के लिए ज्ञापन सौंपना चाहते थे। लेकिन पुलिस के द्वारा उन्हें विपक्ष की अपनी सकारात्मक भूमिका को निभाने से रोका गया।