डॉक्टर्स की दो टूक, आश्वासन नहीं अब एक्शन चाहिए…. वरना आज 2 बजे के बाद ठप्प कर देंगे स्वास्थ्य सेवायें

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जिला चिकित्सालय पन्ना के परिसर में एकत्र डॉक्टर्स आगे की रणनीति को लेकर आपस में चर्चा करते हुए।

*   सिविल सर्जन व डॉक्टरों के साथ मारपीट-अभद्रता करने वालों के खिलाफ 36 घण्टे बाद भी दर्ज़ नहीं हुई FIR

 जिला चिकित्सालय में घटित घटना पर प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की शिथिलता से डॉक्टर्स नाराज़

*   सीसीटीव्ही कैमरे में कैद घटना पर कलेक्टर के द्वारा आश्वासन देने के बाद भी कार्रवाई न होने से उठ रहे सवाल

शादिक खान, पन्ना। (www.radarnews.in) जिला चिकित्सालय पन्ना में सिविल सर्जन डॉ. एलके तिवारी व अन्य डॉक्टरों के साथ ड्यूटी के दौरान दिनदहाड़े हाथापाई और गाली-गलौंज किए जाने की सीसीटीव्ही कैमरों में कैद घटना के 36 घण्टे बाद भी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज़ नहीं हो सकी। इतनी बड़ी घटना पर जिले के पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा तत्परता एक्शन न लेकर शिथिलता बरतने से डॉक्टर्स खासे नाराज़ है। रविवार को डॉक्टर्स, नर्सेस, पैरामेडिकल स्टॉफ के संयुक्त प्रतिनिधि मण्डल ने पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना से मुलाक़ात कर हॉस्पिटल की घटना पर कार्रवाई न होने के संबंध चर्चा की गई। लेकिन कोई संतोषजनक जवाब न मिलने पर डॉक्टरों ने इसके तुरंत बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. व्हीएस उपाध्याय को ज्ञापन सौंपकर दो टूक शब्दों में स्पष्ट कर दिया कि संबंधितों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई न होने की स्थिति में सोमवार 5 सितंबर को दोपहर 2 बजे जिला चिकित्सालय पन्ना समेत समूचे जिले की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह बंद (ठप्प) कर दी जाएंगी। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

लगातार घटित घटनाओं से बढ़ी असुरक्षा की भावना

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना डॉ. व्हीएस उपाध्याय को ज्ञापन सौंपते हुए जिला चिकित्सालय के चिकित्सक एवं नर्सेस।
मालूम होकि, शनिवार 3 सितंबर को शहर के बीटीआई तिराहा के समीप सुबह लगभग 10 बजे तेज रफ़्तार गोस्वामी बस ने बाइक सवार कांग्रेस नेता अरविंद सोनी 38 वर्ष को सीधी ठोकर मार दी थी। दर्दनाक सड़क हादसे में अत्यंत ही गंभीर रूप से जख़्मी अरविंद को अचेत हालात में आनन-फानन उपचार हेतु जिला चिकित्सालय लाया गया था। जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने परीक्षण करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिजनों पर आरोप है कि, इस दौरान उन्होंने हंगामा करते हुए जिला चिकित्सालय पन्ना के सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. एलके तिवारी के साथ अभद्रता पूर्ण बर्ताव कर हाथापाई की गई। इसके आलावा वार्ड में मौजूद रहे अन्य चिकित्सकों के साथ गाली-गलौंज की गई। हॉस्पिटल के सीसीटीव्ही कैमरों में कैद इस घटना के प्रामाणिक साक्ष्य (वीडियो) मौजूद हैं फिर भी आरोपियों के ख़िलाफ़ 36 घण्टे बाद आपराधिक प्रकरण दर्ज न होने से कई सवाल उठ रहे हैं। जबकि इस घटना के बाद पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने डॉक्टर्स से बंगले में मुलाकत करने के बाद आरोपियों के विरुद्ध तत्परता से कार्रवाई सुनिश्चित करवाने की बात कही थी। बता दें कि, पखवाड़े भर के अंदर जिला चिकित्सालय पन्ना में ड्यूटी के दौरान डॉक्टरों व नर्सेस के साथ मरीजों के परिजनों द्वारा अभद्रता करने की यह तीसरी बड़ी घटना है। जिससे डॉक्टर्स, नर्सेस एवं पैरामेडिकल स्टॉफ में असुरक्षा और चिंता की भावना काफ़ी गहरा गई है।

डॉक्टर्स की ये हैं मांग

जिला चिकित्सालय पन्ना के डॉक्टर्स ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि शनिवार को घटित घटना की अविलंब एफआईआर दर्ज करके आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। जिला चिकित्सालय में डॉक्टर्स एवं सहयोगी स्टॉफ के साथ मरीजों के परिजनों द्वारा आए दिन विवाद करने की घटनाओं के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टि से वहां सशस्त्र पुलिस जवानों को तैनात किया जाए।