सूबेदार सिंह की निर्मम हत्या को लेकर वन कर्मचारियों-अधिकारीयों में गहरा रोष
पन्ना। रडार न्यूज मध्यप्रदेश में रेत माफिया पर पूरी तरह हावी हो चुके हैं। रेत की खुलेआम जारी लूट के खिलाफ कार्रवाई करने का नैतिक साहस करने या फिर अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करने वाले कर्मचारियों-अधिकारियों में खौफ में पैदा करने के लिए ताकतवर माफिया बड़े ही दुस्साहसिक और सुनियोजित तरीके से हिंसा व हत्याएं करा रहे है। मुरैना जिले में पदस्थ रहे डिप्टी रेंजर सूबेदार सिंह की जघन्य हत्या की वारदात इसका प्रमाण है। अवैध रेत खनन रोकने गए डिप्टी रेंजर सूबेदार सिंह कुशवाहा को माफिया के इशारे पर कथित रूप से जानबूझकर ट्रेक्टर-ट्राली से कुचलकर मार डाला गया। शुक्रवार 7 सितम्बर को विचलित और स्तब्ध करने वाली इस घटना की खबर आने के बाद से ही समूचे मध्यप्रदेश के वन कर्मचारियों-अधिकारियों में गहरा रोष व्याप्त है। अन्य विभागों के सरकारी कर्मचारियों समेत आम नागरिकों में भी इस घटना को लेकर व्यवस्था के प्रति गहरी नाराजगी देखी जा रही है। कर्तव्य पालन के दौरान शहीद हुए डिप्टी रेंजर स्वर्गीय सूबेदार सिंह कुशवाहा को सोमवार को श्रद्धांजलि देने के दौरान वन कर्मचारियों-अधिकारियों में व्याप्त गहरा दुख और आक्रोश उनके शब्दों से साफ़ जाहिर हुआ।
आश्रितों को 2 करोड़ की सहायता देने की मांग
मध्यप्रदेश वन कर्मचारी संघ जिला शाखा पन्ना के संयोजन में सोमवार को सायंकाल दक्षिण वन मंडल परिसर में समस्त वन कर्मचारियों-अधिकारियों द्वारा दो मिनिट का मौन धारण कर स्वर्गीय श्री कुशवाहा की आत्मा की शांति व शोक संतृप्त परिजनों को इस गहन दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। तत्पश्चात सभी लोग जलती हुई कैंडल हांथों में लेकर डायमंड चौराहा पहुंचे जहां दक्षिण वन मंडल की डीएफओ श्रीमती मीना मिश्रा, नरेश सिंह यादव डीएफओ उत्तर वन मंडल पन्ना ने शहीद हुए डिप्टी रेंजर को श्रद्धांजलि अर्पित की । दोनों अधिकारियों ने स्वर्गीय सूबेदार सिंह कुशवाहा की कर्तव्यनिष्ठा की सराहना करते हुए कहा कि वन और वन्य प्राणियों की रक्षा में शहीद होने वाले वन कर्मियों का जीवनदान अप्रतिम हैं। उनके इस महान योगदान और बलिदान को सदैव याद रखा जायेगा। दिन-रात वनों की सेवा में लगे वन कर्मियों को उनके योगदान के लिए समुचित सम्मान मिलना चाहिए। मध्यप्रदेश वन कर्मचारी संघ जिला शाखा पन्ना के अध्यक्ष महीप कुमार रावत ने शहीद हुए डिप्टी रेंजर के आश्रितों को 2 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की मांग की है। साथ ही इस तरह की घटनाओं की लगातार हो रही पुनरावृत्ति को रोकने के लिए रेत माफियाओं के खिलाफ तत्पता कठोर कार्रवाई करने की बात कही है। इस दौरान बी.पी. परौहा, आलोक खरे, ओपी शर्मा, रमाकांत गर्ग, के.एस.पाण्डेय, मनोज सिंह बघेल, लक्ष्मी धुर्वे, आर.के. अहिरवार, एम.पी. पटेल, आर. पी. प्रजापति, शारदा वर्मा, राजीव द्विवेदी, अरुण त्रिवेदी, अजीत खरे, सरिता परस्ते,एस. पी. अहिरवार, बी. के. खरे आदि कर्मचारी उपस्थित रहे ।